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रेलवे में प्रेमचंद्र-मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजना लागू, जानिए विजेता को क्या मिलेगा

इसी प्रकार मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजना के अंतर्गत काव्य/गजल संग्रह हेतु प्रथम पुरस्कार 20000, द्वितीय पुरस्कार 10000 एवं तृतीय पुरस्कार 7000 रहेगा।

Aradhya Tripathi
Published on: 16 Jun 2020 3:57 PM GMT
रेलवे में प्रेमचंद्र-मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजना लागू, जानिए विजेता को क्या मिलेगा
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झांसी: रेल कर्मचारियों की साहित्यिक प्रतिभा और अभिरुचि को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय में हिंदी में कहानी उपन्यास नाटक एवं अन्य गद्य साहित्य के लिए प्रेमचंद्र पुरस्कार और काव्य गजल संग्रह के लिए मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजनाएं लागू की है।

रेल अधिकारी-कर्मचारियों के लिए प्रेम चंद्र- मैथलीशरण गुप्त पुरूस्कार योजनायें

इन दोनों योजनाओं के अंतर्गत पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। पुरस्कारों में कथा, कहानी, उपन्यास नाटक एवं अन्य गद्य साहित्य हेतु – प्रेमचंद्र पुरस्कार - जिसमें प्रथम पुरस्कार 20000, द्वितीय पुरस्कार 10000 एवं तृतीय पुरस्कार 7000 रहेगा। इसी प्रकार मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार योजना के अंतर्गत काव्य/गजल संग्रह हेतु प्रथम पुरस्कार 20000, द्वितीय पुरस्कार 10000 एवं तृतीय पुरस्कार 7000 रहेगा। यह योजना रेल अधिकारी व कर्मचारी दोनों के लिए उपलब्ध रहेगी। प्रविष्टियाँ प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त 2020 होगी।

उत्तर मध्य रेलवे के फ्रंटलाइन वर्कफोर्स ने फ्रेट, पार्सल, श्रमिक और विशेष ट्रेनों को चलाने, जरूरी अनुरक्षण, कोविद -19 के लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने, कमजोर वर्ग की मदद करके आदि कार्यों के माध्यम से कोविड -19 के खिलाफ निरंतर लड़ाई जारी रखी है। इन फ्रंटलाइन रेलवे कोरोना योद्धाओं को कार्यालयों में काम करने वाले बैक एंड समकक्षों से आवश्यक सहयोग लगातार मिल रहा है। ये कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी उत्तर मध्य रेलवे के लगभग 60000 कर्मचारियों के कल्याण और आवश्यकताओं की देखभाल के लिए कार्यालयों से अथवा घर से ऑनलाइन माध्यम से दिन-रात काम कर रहे हैं। वित्त और कार्मिक विभागों के कर्मचारियों ने यह सुनिश्चित किया कि मार्च, अप्रैल और मई 2020 का एनसीआर के सभी कर्मचारियों का वेतन अन्य भत्तों, बकाया,

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नए वेतन निर्धारण आदि के साथ पारित किया गया और समय पर उनके खातों में जमा किया गया। सेवारत कर्मचारियों के अलावा, मार्च से मई, 2020 के बीच रेलवे सेवा से सेवानिवृत्त हुए 471 कर्मचारियों को निपटारा भुगतान और अन्य लाभ प्रदान किए गए। सेवानिवृत्त कर्मचारी के साथ-साथ बैंक को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अथवा मैसेंजर भेज कर रिटायर होने वाले व्यक्ति के घर तथा बैंक को पेंशन भुगतान संबंधी आदेश उपलब्ध कराए गए जिससे पेंशन और अन्य सेवानिवृत्ति बकाया का समय पर भुगतान सुनिश्चित हो सका।

रेलवे ठेकेदारों को 342.18 करोड़ भुगतान समय पर किया

ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं आदि को समय पर भुगतान के प्रतिबद्धता के रूप में दिनांक 25 मार्च से 31 मई की अवधि में कुल 1519 बिलों का कुल रु० 342.18 करोड़ भुगतान समय पर किया गया। लॉकडाउन के दौरान हमारे मूल्यवान ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान में तेजी लाने के लिए बिल की इलेक्ट्रॉनिक प्रति के आधार पर बिल पास करने के लिए एक संयुक्त प्रक्रिया आदेश भी जारी किया गया। वित्त विभाग के अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि कोविड -19 से संबंधित किसी भी प्रस्ताव को सर्वोच्च प्राथमिकता पर सहमति दी जाए

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और उत्तर मध्य रेलवे की कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई को गति प्रदान करते हुए लिए रिकार्ड 129 प्रस्तावों को एक ही दिन में मंजूरी दी गई। कोविड -19 से संबंधित सभी भुगतान जैसे आइसोलेशन कोच, पीपीई और अन्य उपकरण, कोविड -19 दवाएं, स्वच्छता और अन्य विविध कार्यों के लिए मई -2020 में रु० 370.35 लाख के बिल पास किए गए।

रिपोर्ट- बी के कुशवाहा

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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