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प्रियंका ने लिखा पत्र: कार्यकर्ताओं व जनता से की अपील कहा- विधेयक का करें विरोध
प्रियंका ने मंगलवार को यूपी के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं व यूपी की आम जनता को पत्र के जरिए संबोधित करते हुए कहा है कि भारत का संविधान कहता है कि सबको बराबटी की नजर से देखो, जबकि भाजपा का सीएबी बिल कहता है कि देश के नागरिकों को बटाबटी की नजर से नहीं बाँटकर देखो।
लखनऊ: कांग्रेस की यूपी प्रभारी व महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी)को भारत के संविधान को हटाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विधान को लाने की ओर बढ़ाया गया कदम करार दिया है। इधर प्रियंका गांधी का पत्र मिलने के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को पूरे प्रदेश में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने का ऐलान करते हुए कहा है कि विरोध के दौरान विधेयक की प्रतियां भी जलाई जायेंगी।
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भारत के संविधान को आरएसएस के विधान में बदलने की ओर बढ़ाया गया कदम है नागरिकता संशोधन विधेयक: प्रियंका वाड्रा
प्रियंका ने मंगलवार को यूपी के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं व यूपी की आम जनता को पत्र के जरिए संबोधित करते हुए कहा है कि भारत का संविधान कहता है कि सबको बराबटी की नजर से देखो, जबकि भाजपा का सीएबी बिल कहता है कि देश के नागरिकों को बटाबटी की नजर से नहीं बाँटकर देखो।
बाँटना देश के संविधान में नहीं है बल्कि संघ की शाखाओं-किताबों में सिखाया जाता है। हमारा संविधान हमारे सभी धर्मों, सभी जातियों, सभी संस्कृतियों की रक्षा करता है। गटीबों, पिछड़ों, कमजोटों की रक्षा करता है।
भारत की जड़ों में गौरवशाली इतिहास, एकता और समानता है। भारत के संविधान को नष्ट करने से हर एक धर्म, जाति और संस्कृति की सुरक्षा पर आंच आएगी। अगर आज हमने ये होने दिया तो कल ये सरकार हर उस व्यक्ति, संस्था, संस्कृति, जाति और धर्म को निशाना बनाएगी जो संघ के विधान को नहीं मानेगा।
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प्रियंका ने पत्र लिख कर की अपील
कंग्रेस महासचिव ने कहा कि जब स्वतंत्रता आंदोलन के भागीदार महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, राजेंद्र प्रसाद, बाबासाहेब अम्बेडकर, लालबहादुर शास्त्री, मौलाना आजाद, बाबू जगजीवन राम, राजकुमाटी अमृत कौर, गोविंद वल्लभ पंत, सुचेता कृपलानी, बलदेव सिंह देश में ऐतिहासिक बदलाव के वाहक बने थे, उस समय देश में आरएसएस व सावरकर, अंग्रेज और मुस्लिम लीग व जिन्ना के रूप में केवल तीन विभाजनकारी शक्तियां सक्रिय थीं।
प्रियंका ने यह तीनो ही चाहते थे कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन हो, जिससे देश में फूट पड़े और इन तीनों की राजनीति चमके। पर, हमारे देश के सवतंत्रता सेनानियों ने उस समय भारत को वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे भवंतु सुखिनः के आधार पर खड़ा करने का फैसला किया।
प्रियंका ने कहा कि आज जब देश के गृहमंत्री सीएबी बिल को पास कराने के लिए झूठा इतिहास पटोसते हैं तो दुख होता है कि उन्होंने देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल को भी सही से नहीं पढ़ा। मौजूदा गृहमंत्री खुलेआम देश के स्वतंत्रता सेनानियों गांधी, नेहरू, पटेल, राजेंद्र प्रसाद जैसे महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं।
सत्य ये है कि भाजपा हमारी आजादी की लड़ाई की बुनियादी नींव को मिटाना चाहती है। भारत की आत्मा को छलनी करना चाहती है। भारत के संविधान को नष्ट करना चाहती है।
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कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भाजपा सरकार की कुनीतियों के चलते देश में आर्थिक गतिविधि ठप्प है, व्यापार नष्ट है, बेटोजगाटी चरम पर है। भाजपा सरकार अपने न्यू इंडिया में महिलाओं को सुरक्षा तक नहीं दे पा रही। उसी न्यू इंडिया में आज देश की हर गली-सड़क पर चलते हुए, कॉलेज या काम पर जाते हुए एक महिला को डर लगता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को भी मालूम है कि उनसे ये सब सम्भाला नहीं जा रहा है। इसलिए भाजपा अंग्रेजों की तर्ज पर बाँटो और राज करो के उनके पुटाने और आजमाए रास्ते पर लौट रही है।
विधेयक की प्रतियां जला कर विरोध करेगी कांग्रेस
उन्होंने अपील की कि भारत के हर नागरिक का कर्तव्य बनता है कि इस सरकार को हम देश के संविधान को नष्ट कर संघ का विधान लागू नहीं करने दें। संविधान की रक्षा में कांग्रेस पार्टी की एक-एक महिला और पुरुष कार्यकर्ता देश की हर सड़क, हर शहर, कस्बे, कचहरी से लेकर संसद तक लड़ने का संकल्प लें।
उन्होंने यूपी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपील की है िकवह संविधान की रक्षा के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ाई लडे और संघ के विधान को भारत का संविधान बनने से रोके।