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समुद्र बना यूपी का गांव: हर तरफ पानी देख डरे लोग, बचाव के लिए नहीं पहुंचे अधिकारी
किसानों की गेहूं और सरसों की फसल तबाह हो गई है। इसका कारण नहर कटना रहा, ग्रामीणों का आरोप है के पूर्व में भी कई बार नहर कटी लेकिन शिकायत के बाद भी नहर की सफाई ठीक से नहीं होने से आज ये स्थिति पैदा हुई है।
रायबरेली: सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के लालगंज तहसील से तीन किलोमीटर दूर बसा बन्नामऊ गांव शनिवार की भोर जलमग्न हो गया। रात को जिन घरों में लोग आराम से सोए वहां सुबह घर पानी में डूबे नजर आए। किसानों की गेहूं और सरसों की फसल तबाह हो गई है। इसका कारण नहर कटना रहा, ग्रामीणों का आरोप है के पूर्व में भी कई बार नहर कटी लेकिन शिकायत के बाद भी नहर की सफाई ठीक से नहीं होने से आज ये स्थिति पैदा हुई है। फिलहाल अब रेस्क्यू जारी है।
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शाम नहर कट गई
जानकारी के अनुसार कड़ाके की ठंड में शनिवार देर रात लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बन्नामऊ गांव में नहर कटने से आधे से अधिक गांव पानी भरने से लबालब हो गया। ग्रामीणों के अनुसार उक्त गांव लालगंज तहसील से तीन किलोमीटर दूर बसा है। ग्रामीण बताते हैं कि शनिवार शाम नहर कट गई, टीम इसे बांधने के लिए पहुंची लेकिन अंधेरे के कारण कार्य रुक गया।
लोगों के घरों में पानी चला गया, चूल्हे तक डूब गए। फसल का बड़ा नुक़सान हुआ है, जिसमें सरसों और गेहूं की फसल प्रभावित हुई है। नहर की काफी दिनो से मरम्मत नहीं हुई इस कारण ऐसा हुआ। दुकानों और अस्पताल तक में पानी भर गया है।
एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि रात में दो तीन बजे के समय नहर कटी है सुबह जब लोग निकले तो चारों तरफ पानी था। आबादी क्षेत्र में 40-50 घर होंगे जहां जलभराव अधिक है। तालाब भर गए हैं, कटान की वजह से खेतों में पानी चला गया है। फसल का भी नुक़सान है और जन जीवन अस्त व्यस्त है।
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नहर में कटिंग प्वाइंटों में पटरी नहीं बनाई गई
दरअसल, नहर में सफाई सही हुई नहीं, इससे पहले भी कई बार नहर कटी जेई को बताया गया तो जेसीबी भेजकर बंद कराए उसके बाद जो सफाई हुई और नहर में जो कटिंग प्वाइंट थे उन प्वाइंटों में पटरी नहीं बनाई गई। मशीन से सफाई ऐसी हुई के एक दिन नहर में मशीन गई और घास तक ठीक से नहीं छीली गई।
इतने बड़े मामले में एक भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। जब पूरे मामले पर एसडीएम जीतलाल सैनी से फोन पर बात कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने सीयुजी नंबर पर फोन रिसीव करना ही गवारा नहीं समझा