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बच्चों के लिए भगवान बनी रेलवे चाइल्ड लाइन, ऐसे करी इनकी मदद

रेलवे चाइल्डलाइन टीम बालक के घर गई और उसके घर में राशन उपलब्ध कराया व उसके माता-पिता से बात कर कहा कि अगर उन्हें कोई समस्या हो तो आप हमें अवश्य बताएं। रेलवे चाइल्ड लाइन आपकी हर संभव मदद करेगी।

Rahul Joy
Published on: 13 Jun 2020 9:52 AM GMT
बच्चों के लिए भगवान बनी रेलवे चाइल्ड लाइन, ऐसे करी इनकी मदद
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railway childline

झाँसी। रेलवे चाइल्डलाइन समन्वयक बिलाल उल हक की अध्यक्षता में रेलवे चाइल्डलाइन द्वारा रेलवे कॉलोनी में बच्चो के साथ संवाद कर बाल श्रम निषेध दिवस मनाया। इस अवसर पर टीम सदस्य राखी यादव ने बच्चों को बाल श्रम पर जानकारी दी।

किन बच्चों को कहा जाता है बाल श्रम

उन्होंने बताया कि 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को नाबालिक कहा जाता है। जिसमें 14 वर्ष तक के बच्चों से काम कराना बाल श्रम कानून के अंतर्गत एक कानूनी अपराध है। 15 वर्ष से ऊपर के बच्चे विशेष परिस्थिति में कार्य कर सकते हैं लेकिन किसी खतरे वाली जगह कार्य नहीं कर सकते। इसके साथ ही उनका विद्यालय जाना आवश्यक होना चाहिए। इंसान की जिंदगी का सबसे हसीन पल। ना किसी बात की चिंता और ना ही कोई जिम्मेदारी लेकिन सभी बच्चों का बचपन ऐसा हो यह जरूरी नहीं कोई भी बच्चा जिसकी उम्र 14 वर्ष से कम हो और वहां जीविका के लिए काम कर रहा हो वो बाल श्रम कहलाता है।

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रेलवे चाइल्ड लाइन ने ऐसे की मदद

गरीबी लाचारी और माता-पिता की प्रताड़ना के चलते बच्चे बाल मजदूर के इस दलदल में घुसते चले जाते हैं। इस अवसर पर एक बालिका कुमारी जोशना ने बाल श्रम पर एक कविता सुनाई। एक 15 वर्षीय बालक ने कहा कि मेरे पिता टैक्सी ड्राइवर हैं लॉकडाउन के चलते काम ना होने की स्थिति में घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। इस कारण उसे एक दुकान पर कार्य करने जाना पड़ता है। तब रेलवे चाइल्डलाइन टीम बालक के घर गई और उसके घर में राशन उपलब्ध कराया व उसके माता-पिता से बात कर कहा कि अगर उन्हें कोई समस्या हो तो आप हमें अवश्य बताएं। रेलवे चाइल्ड लाइन आपकी हर संभव मदद करेगी।

इसके साथ ही टीम सदस्य आलोक कुमार ने सभी बच्चों को चाइल्डलाइन 1098 के साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बताते हुए बच्चों को बताया कि सभी को बार-बार साबुन से हाथों को लगभग 20 सेकंड तक धोना चाहिए। सोशल डिस्टेंस को बनाकर चलना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर जाएं। बाजार जाने पर अनावश्यक किसी भी चीज को ना छुए। इस अवसर पर रेलवे चाइल्डलाइन काउंसलर भारती गहलोत, टीम सदस्य आलोक कुमार, राखी यादव, रेखा करोटिया, श्वेता वर्मा, हेमलता, प्रीति यादव, संदीप सिंह आदि उपस्थित रहे। रेलवे चाइल्डलाइन टीम सदस्य रेखा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

रेलवे टिकट की कालाबाजारी एक गिरफ्तार

रेल सुरक्षा बल की टीम ने आरक्षित काउन्टर के पास रेलवे यात्रा टिकटों की कालाबाजारी करते समय एक युवक को पकड़ लिया। उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।

रेल सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त उमाकांत तिवारी के निर्देश पर आरपीएफ स्टेशन पोस्ट निरीक्षक ए के यादव के निर्देशन में उपनिरीक्षक घनेन्द्र सिंह मय स्टॉफ के साथ पीआरएस काउन्टर के पास युवकों की तलाश में लगे थे। सूचना मिली कि एक युवक रेलवे टिकटों की कालाबाजारी कर रहा है।

यात्रा टिकटों की कालाबाजारी कर रहा था

इस सूचना पर गई टीम ने घेराबंदी कर अंकित द्विवेदी निवासी ग्राम करमेर थाना उरई जिला जालौन उ.प्र.को गिरफ्तार कर लिया। युवक के पास से तीन अदद काउन्टर रेलवे आरक्षित टिकट आदि सामग्री बरामद की गई है। यह युवक आगामी रेलवे यात्रा टिकटों की कालाबाजारी कर रहा था। पकड़े गए युवक को अदालत में पेश किया। वहां से उसको जेल भेजा गया।

रिपोर्टर - बी के कुशवाहा, झाँसी

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Rahul Joy

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