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यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने में लगा है रेलवे, 5 स्टेशनों पर होगा ये काम
कोविद-19 से सुरक्षा हेतु तथा कर्मचारियों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत स्टेशन पर 4 तथा ग्वालियर स्टेशन पर 2 वाक इन थ्रू थर्मल स्कैनर संस्थापित किये जा रहे है।
झाँसी: झाँसी मंडल यात्री सुविधा में निरंतर बढ़ोतरी हेतु प्रतिबद्ध है। इसी श्रृंखला में मंडल के झाँसी व ग्वालियर स्टेशन के अतिरिक्त 5 अन्य प्रमुख स्टेशनों पर लिफ्ट का संस्थापन कार्य प्रस्तावित है। शीघ्र ही मंडल के बांदा, उरई, खजुराहो, चित्रकूट, दतिया एवं महोबा स्टेशन को लिफ्ट के माध्यम से उच्चीकृत किया जाएगा। यह कार्य मंडल द्वारा 4.0 करोड़ रु. की लागत से कराया जा रहा है,
जिससे उक्त क्षेत्र की जनता को यह सुविधा मुहैया हो सकेगी। इसके अतिरिक्त मंडल के धार्मिक स्थल चित्रकूट स्टेशन को भी उच्चीकृत किया जा रहा है, साथ ही साथ स्टेशन पर आरक्षित लाउन्ज तथा वातानुकूलित रिटायरिंग रूम का भी प्रावधान किया जा रहा है। मंडल वाणिज्य प्रबंधक अखिल शुक्ल द्वारा यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी सम्बंधित कार्यों पर निरंतर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
झाँसी और ग्वालियर स्टेशन पर लगाए जा रहे हैं थ्रू थर्मल स्कैनर
कोरोना संक्रमण से लगातार सुरक्षा हेतु तथा कर्मचारियों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत मंडल के झाँसी स्टेशन पर 4 तथा ग्वालियर स्टेशन पर 2 वाक इन थ्रू थर्मल स्कैनर संस्थापित किये जा रहे है। जिससे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के तापमान की ऑटोमेटिक तकनीक जांच की जा सके। उत्तर मध्य रेलवे संविदा कार्य एवं मनरेगा के माध्यम से रेलवे परियोजनाओं में प्रवासी मजदूरों का उपयोग करने का प्रयास कर रही है। जिलेवार रेलवे परियोजनाओं में संविदा कार्य हेतु उपलब्ध मानव दिवस की सूची तैयार की जा रही है। लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के 20 जिलों, मध्य प्रदेश के 09 जिलों, राजस्थान के 4 जिलों और हरियाणा के एक जिले में फैले उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र के विभिन्न परियोजना स्थलों पर संसाधन जुटाना एक कठिन कार्य था और कार्य हेतु आवश्यक जनशक्ति संसाधन प्राप्त करना सबसे बड़ी कठिनाई थी।
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हालांकि भारत सरकार द्वारा दिए गए चरणबद्ध छूट के साथ, उत्तर मध्य रेलवे ने अपने परिक्षेत्र में कार्य निष्पादन के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों की व्यवस्था की है और क्षमता बढ़ोत्तरी , परिचालन एवं सड़क सुरक्षा सहित सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे राजीव चौधरी ने रेलवे परियोजनाओं और अन्य जनशक्ति गहन कार्यों में प्रवासी मजदूरों के उपयोग का करने की संभावना का पता लगाने के लिए उत्तर मध्य रेलवे के मंडलों और निर्माण संगठन पर जोर दिया है। इस बीच रेलवे बोर्ड ने देश के 116 जिलों की सूची और प्रत्येक जिले में लौटने वाले प्रवासियों की संख्या को सभी ज़ोनल रेलवे को भेजी है और प्रत्येक जिले में रेलवे परियोजनाओं की पहचान करने की सलाह दी है।
अल्ट्रावायलेट लाइट बेस्ड तकनीक पर आधारित सैनीटाईजिंग बॉक्स विकसित
गाडी सं 02437 सिकंदराबाद-नई दिल्ली (यात्रा प्रारंभ तिथि—17.06.20) के समय में परिवर्तन किया गया है। अब झाँसी स्टेशन पर इसका आगमन व प्रस्थान समय 05:45 – 05;50 होगा। इसी प इसी प्रकार गाडी सं 02434 नई दिल्ली-मद्रास (यात्रा प्रारंभ तिथि—18.06.20) के समय में परिवर्तन किया गया है अब झाँसी स्टेशन पर इसका आगमन व प्रस्थान समय 20:55 – 21:00 बजे होगा। गाडी सं 02433 मद्रास - नई दिल्ली (यात्रा प्रारंभ तिथि—17.06.20 से 27.06.20) के समय में परिवर्तन किया गया है अब झाँसी स्टेशन पर इसका आगमन व् प्रस्थान समय 05:42 – 05:47 बजे होगा।
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झाँसी मंडल के सी एंड डब्लू विभाग के अभिनव प्रयास के तौर पर श्रीप्रताप एडीएमई/झाँसी द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत व संक्रमण की रोकथाम हेतु एक अल्ट्रावायलेट लाइट बेस्ड तकनीक पर आधारित सैनीटाईजिंग बॉक्स विकसित किया है। इस बॉक्स के माध्यम से फाइल, फोल्डर, पर्स, मोबाइल, चाबियाँ इत्यादि को मात्र 02 मिनिट में विसंक्रमित कर सकता है। इस बॉक्स को स्थानीय व विभागीय सामग्री द्वारा विकसित किया गया है, जिसकी लागत लगभग 3300 रु. प्रति बॉक्स है। बॉक्स का प्रयोग बेहद आसानी से किया जा सकता है, चीज़ों को मात्र बॉक्स के अन्दर रखे स्टैंड पर रख कर 02 मिनट के लिए छोड़ने पर यह सभी चीज़ों को विसंक्रमित कर देता है।
रिपोर्ट- बी के कुशवाहा