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बलिया में पक्षियों के शिकार को लेकर राजपूत और राजभर भिड़े

यही नही प्रतिबंधित पक्षियों के शिकार के मामले को वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने हल्के से लिया तथा पुलिस को कोई सूचना नही दी । इस मामले में थानाध्यक्ष वीरेंद्र यादव का कहना है कि बसंतपुर में बनी अस्थाई चौकी में रहने की कोई व्यवस्था नहीं है।

राम केवी
Published on: 30 May 2020 9:11 AM GMT
बलिया में पक्षियों के शिकार को लेकर राजपूत और राजभर भिड़े
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बलिया। जिले के सुखपुरा थाना क्षेत्र के सुरहाताल इलाके में प्रतिबंधित पक्षियों के शिकार को लेकर कल देर रात दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई तथा पुलिस वाहन पर पथराव किया गया। इस मामले में सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

जानकारी के अनुसार सुखपुरा थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव में पिछले दिनों राजभर बस्ती के लड़कों ने बगेर चिड़िया का शिकार किया था। इस मामले को लेकर गांव के ही राजपूत समाज से जुड़े लोगों में काफी नाराजगी हुई थी । राजपूत बस्ती की तरफ से इस मामले में इलाके के वन दरोगा से शिकायत की गई ।

शिकायत मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वन दरोगा ने राजभर बस्ती के युवाओं को जमकर फटकार लगाई थी तथा शिकार न करने की स्पष्ट हिदायत दी थी । इसको लेकर दोनों वर्ग से जुड़े लोगों में तनाव काफी बढ़ गया । कल रात्रि दोनों समाज के लोग आमने सामने आ गए। देखते ही देखते मारपीट व पथराव शुरू हो गया ।

डायल 112 का वाहन क्षतिग्रस्त

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस का डायल 112 वाहन मौके पर पहुंची। आक्रोशित ग्रामीणों ने डायल 112 वाहन पर पथराव कर वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया । मामले की जानकारी मिलने पर थानाध्यक्ष वीरेंद्र यादव भारी पुलिस बल और एक बटालियन पीएसी के साथ मौके पर पहुँचे , तब जाकर मामला शांत हो सका।

इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है तथा सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है । इस मामले में पुलिस व वन विभाग की भूमिका सवालों के घेरे में है । बसन्तपुर में अस्थायी पुलिस चौकी है , लेकिन चौकी में कोई पुलिस कर्मी नही रहा ।

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यही नही प्रतिबंधित पक्षियों के शिकार के मामले को वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने हल्के से लिया तथा पुलिस को कोई सूचना नही दी । इस मामले में थानाध्यक्ष वीरेंद्र यादव का कहना है कि बसंतपुर में बनी अस्थाई चौकी में रहने की कोई व्यवस्था नहीं है।

वहां तैनात पुलिसकर्मी सुबह शाम जाते हैं और इलाके का निरीक्षण कर लौट आते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस को तनाव की कोई जानकारी नहीं थी। वन विभाग की ओर से भी कोई सूचना नहीं दी गई थी।

अनूप कुमार हेमकर

राम केवी

राम केवी

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