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राम मंदिर के लिए कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व एमपी ने किया एक लाख का दान

"जाके प्रिय न राम वैदेही, तजिये ताहि कोटि बैरी सम जदपि परम स्नेही"-कहकर तीन दशक पहले कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व सांसद राम नगीना मिश्र ने अपने जीवन की सबसे बड़ी अभिलाषा पूरी करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।

Newstrack
Published on: 20 Dec 2020 9:19 PM IST
राम मंदिर के लिए कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व एमपी ने किया एक लाख का दान
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कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले पूर्व सांसद राम नगीना मिश्र ने श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को ₹100000 का नकद दान किया है।

लखनऊ: अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर राजीव गांधी और कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले पूर्व सांसद राम नगीना मिश्र ने श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को ₹100000 का नकद दान किया है। न्यास के महासचिव चंपत राय को उन्होंने दान की गई धनराशि का चेक सौंपा है।

"जाके प्रिय न राम वैदेही, तजिये ताहि कोटि बैरी सम जदपि परम स्नेही"-कहकर तीन दशक पहले कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व सांसद राम नगीना मिश्र ने अपने जीवन की सबसे बड़ी अभिलाषा पूरी करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए अपनी जमा पूंजी से ₹100000 की धनराशि दान की है। यह धनराशि उन्होंने न्यास के महासचिव चंपत राय को अपने निजी आवास पर प्रदान की है।

कई दशक पुरानी है श्री राम का मंदिर निर्माण देखने की अभिलाषा

इस मौके पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर निर्माण देखने और उसका हिस्सा बनने की अभिलाषा उनकी कई दशक पुरानी है। सांसद रहते हुए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का साथ अयोध्या में भगवान श्री राम जन्म भूमि मुक्ति के मुद्दे पर छोड़ा। उन्होंने तब भी संसद में कहा था कि अयोध्या में भगवान श्री राम जन्म स्थान पर ही उनका मंदिर बनना चाहिए। जब उन्होंने 1988 में संसद में यह बात कही कि भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या काबा में बनेगा। उनके इस कथन पर संसद में लोगों ने बड़ा हंगामा मचाया।

EX MP Ram Nagina Mishra

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श्री राम लला के मंदिर के लिए छोड़ा था कांग्रेस का साथ

असत्य भाषण का आरोप लगाकर प्रिविलेज मोशन का प्रस्ताव रखा गया और उन्हें दंडित करने की बात कही गई। इस पर उन्होंने अयोध्या जाकर पूरी सत्यता के प्रमाण जुटाकर संसद में अपनी बात रखी और प्रिविलेज मोशन खारिज हुआ। उन्होंने बताया कि श्री राम लला के मंदिर के लिए ही उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ा। उनकी सबसे बड़ी अभिलाषा यही थी कि वह अपने जीवन काल में भगवान श्री राम का मंदिर बनते देखें और उसमें अपना योगदान करें।

Champat Rai

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तीन दशक पहले ही उन्होंने कहा था कि जब भगवान श्री राम का मंदिर बनेगा तो वह ₹100000 का दान करेंगे। आज वह समय आ गया है। अपनी जमा पूंजी से यह धनराशि देते हुए उन्हें अपार संतोष मिल रहा है। उनके निज आवास पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दान की गई धन राशि का चेक उनके पुत्र डॉक्टर पीआर मिश्रा ने सौंपा है।

रिपोर्ट: अखिलेश तिवारी

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