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बांटा जा रहा राशन, जानिए कितने लोगों को मिला फायदा
कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन की इस मुश्किल की इस घड़ी में सभी जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का फरमान है, लेकिन अब तक जिले में 20 फीसदी कार्डधारकों...
कन्नौज: कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन की इस मुश्किल की इस घड़ी में सभी जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का फरमान है, लेकिन अब तक जिले में 20 फीसदी कार्डधारकों तक भी कोटे का राशन नहीं पहुंच सका है। पूर्ति विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक पहली अप्रैल को जिलेभर के कोटेदारों ने सिर्फ 15449 कार्डधारकों को ही राशन बांटा है। दूसरे दिन भी वितरण चला। कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और राशन वितरण का हाल देखा। समय से दुकानें खोलने व सैनेटाइजर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
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वितरण के दूसरे दिन भी उचित दर की दुकानों पर लॉकडाउन के बीच राशन वितरण चला। अन्त्योदय श्रेणी के परिवारों को 15 किलो चावल व 20 किलो गेहूं प्रतिकार्ड के हिसाब से फ्री में बांटने का आदेश है। पात्र गृहस्थी के राशनकार्ड धारकों को दो किलो चावल व तीन किलो गेहूं समेत कुल पांच किलो राशन प्रति यूनिट की दर से दिया जाता है। राशन दुकानों पर कहीं-कहीं ई-पॉस मशीने खराब होने की बात भी सामने आई थी। तो कुछ दुकानों पर मोहल्ले निर्धारित कर दिए गए, जिससे दूसरे मोहल्ले के लोग बिना राशन लिए वापस आ गए।
क्या कहते हैं डीएसओ
डीएसओ केके गुप्त ने बताया कि पहली अप्रैल को जिलेभर में 15449 कार्डधारकों को राशन वितरण किया गया। जिन कैटेगरी को फ्री में दिया जा रहा है, वहां अधिकारी लगाए गए हैं। अन्य को 15 तारीख तक लगातार राशन देने का आदेश है। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन वह खुद कुछ दुकानों पर गए थे, कहीं कोई दिक्कत नहीं मिली। नेटवर्क की दिक्कत के चलते ई-पास मशीनें दिक्कत कीं, जिनको बाद में सही कर वितरण शुरू कर दिया गया।
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इनको फ्री में राशन देने का फरमान
डीएम राकेश मिश्रा ने पांच कैटेगरी को निशुल्क राशन देने का आदेश जारी किया है। इसमें ग्रामीण और नगरी क्षेत्र के अन्त्योदय श्रेणी के लोग, मनरेगा जॉब कार्डधारक, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिक व दिहाड़ी मजदूर शामिल हैं।
जिले में इनको मिलना राशन
-2.95 लाख राशनकार्ड पात्र गृहस्थी के हैं।
-29430 अन्त्योदय श्रेणी के परिवार हैं।
-14407 निर्माण श्रमिक हैं।
-84152 मनरेगा जॉबकार्ड धारक हैं।
-1918 नगर निकायों में पंजीकृत दिहाड़ी मजदूर हैं।
रिपोर्ट- अजय मिश्रा
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