×

मोदी सरकार की इस योजना से रेहड़ी पटरी दुकानदारों को राहत

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 लाख करोड़ रूपये का जो आर्थिक पैकेज दिया,उसका परिणाम अब दिखने लगा है। सरकार का प्रयास रहा हैं कि समाज के हर तबके को मदद पंहुचायी जाये ।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 9 Sep 2020 3:10 PM GMT
मोदी सरकार की इस योजना से रेहड़ी पटरी दुकानदारों को राहत
X
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 लाख करोड़ रूपये का जो आर्थिक पैकेज दिया,उसका परिणाम अब दिखने लगा है। सरकार का प्रयास रहा हैं

लखनऊ : केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 लाख करोड़ रूपये का जो आर्थिक पैकेज दिया,उसका परिणाम अब दिखने लगा है। सरकार का प्रयास रहा हैं कि समाज के हर तबके को मदद पंहुचायी जाये । एक ओर जहां छोटे और कमजोर तबके के लोगो को अनाज और पेशन जैसी मदद दी गयी।

वही कृषि छोटे मझोले और बड़े उद्योगो को ध्यान में रखा गया। सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र से सत्ता मे आने वाली सरकार ने समावेशी विकास को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना इसका एक उदाहरण है। रेड़ी पटरी दुकानदारों को राहत पंहुचाने के लिए यह शुरू की गयी योजना काफी फायदेमंद साबित हो रही है।

यह पढ़ें...बढ़ती बेरोजगारी: समाजवादी छात्र सभा के समर्थकों ने जलाई मोमबत्तियां, देखें तस्वीरें

स्ट्रीट वेंडरों को तेजी से लाभ

बात अगर शामली जिले की करे तो यहां पर इस योजना में जिले में स्ट्रीट वेंडरों को तेजी से लाभ दिलाया जा रहा है। इसके लिए निंरतर जिले की 10 नगरीय निकायो में कैंप लगाकर आवेदन लिए जा रहे है। जिले का लक्ष्य 10 हजार 158 वेंडरों को लाभ दिलाने के लिए रखा गया है। फिलहाल जिले की नगर निकायों में कुल 5057 आवेदन स्वीकार किए गए है, जबकि एक हजार 167 लाभार्थियों को लाभ दिलाने के लिए बैंकों से स्वीकृति हो चुकी है। जनपद में प्रधानमंत्री स्वनिधि पंजीयन बूथ की स्थापना की गई है, जहां पर लाभार्थी वेंडर अपना रजिस्ट्रेशन तथा आनलाइन आवेदन करा रहे है।

यह पढ़ें...वाह रे मास्टर जी! नहीं दे पाए मामूली से सवाल का जवाब, भड़के DM ने लगाई फटकार

छोटे-बडे शहरो मे रेहडी

कोविड-19 के दौरान छोटे-बडे शहरो मे रेहडी वाले, पटरी व सडक किनारे दुकान, कोई कारोबार करके रोज कमाने रोज खाने वाले काफी दुकानदार एवं वैंडर्स अपनी रोजी रोटी चलाते थे। वह लॉकडाउन के दौरान बंद हो गया। शहरी पथ विक्रेता प्रतिदिन वस्तुएं खरीदते है। उसे प्रतिदिन बेचते है और प्रतिदिन जो कमाते है, उससे उनके परिवार का पालन होता है। शहरी पथ विक्रेताओं की इन समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना का शुभारंभ किया है। परियोजना अधिकारी डूडा प्रदीपकांत ने बताया कि शहरी पथ विक्रेताओं को पुनः अपना व्यवसाय कार्य प्रारम्भ करने के लिए 10 हजार रूपये का ऋण 12 मासिक किश्तों पर सात फीसद ब्याज सब्सिडी की छूट पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।

यह पढ़ें...छा गया खेसारी का नया गाना: दुल्हे के गेटअप में आए नजर, वीडियो वायरल

आत्मनिर्भर बनाने

शहरी पथ विक्रेताओं को पुनः अपना कार्य शुरू कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज के रूप में आसान किश्तों पर ऋण की सुविधा देकर कार्यशील पुंजी बनाने में उनकी सहायता की जा रही है। नगर निकायों द्वारा पटरी दुकानदारों का सर्वेक्षण कराते हुए उनका पंजीयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले की 10 नगरीय निकायो में कैंप लगाकर आवेदन लिए जा रहे है। जिले का लक्ष्य 10 हजार 158 वेंडरों को लाभ दिलाने के लिए रखा गया है। जिसके सापेक्ष कुल 5057 आवेदन स्वीकार किए गए है, जबकि एक हजार 167 लाभार्थियों को लाभ दिलाने के लिए बैंकों से स्वीकृति हो चुकी है। वहीं लाभार्थियों ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में उन्हें काफी लाभ मिला है। लाकडाउन में रोजगार ठप हो गया था, लेकिन अब वे 10 हजार की मदद से फिर से अपना रोजगार शुरू कर रहे है। लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।

श्रीधर अग्निहोत्री

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story