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इतने मजदूरों की वापसी, योगी सरकार ने सही समय पर उठाया ये कदम
लॉकडाउन के बाद करीब साढे़ तेरह हजार मजदूर वापस अपने गृह जनपद बिजनौर वापस आ गए है। करीब 457 ग्राम पंचायतों में मनरेगा में काम शुरू हो गया है।
लखनऊ। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के सहयोग से प्रवासी मजदूरों को उनके घरों को वापस भेजने का व्यापक इंतजाम किया है। मजदूरों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए रेलगाड़ियां और बसें चलाई गई हैं तथा उनके खाने की व्यवस्था की गई है। सरकार के समय से पूर्व उठाए गए कदम के तहत गांव स्तर पर ही इन प्रवासी मजदूरों को रोज़गार देने का भी इंतजाम किया है। मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा और कौशल विकास के तहत उनकी दक्षता को भी बढ़ाया जाएगा।
सीएम योगी का बयान
उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही साफ कर दिया है कि जब तक मजदूर अपने गांवो को वापस आने के इच्छुक रहेंगे तब तक ट्रेन औऱ बसों का संचालन जारी रहेगा। बिजनौर में बड़ी संख्या में आए मजदूरों के लिए योजना बनाई गई है। जिले में लगभग पांच सौ से एक हजार श्रमिक प्रतिदिन बसों के माध्यम से पहुँच रहे है।
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की जा रही थर्मल चेकिंग
गौरतलब है कि पंजाब की ओर से आने वाले प्रवासी मजदूरों का जिले में पहुंचना जारी है। प्रवासी मजदूरों में बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों के लोग शामिल हैं। जिले के राजकीय इंटर कालेज पर इन श्रमिको की थर्मल चेकिंग कर पास के जनपद और गांवों को भेजा जा रहा है|
मजदूर रतिराम,सोनीला और अनूप रावत हरिद्वार से पैदल ही अपने घर को निकले थे लेकिन रास्ते में उन्हें प्रशासन की मदद से सरकारी बस में बिठाकर बिजनौर लाया गया, जहां पर उनके खाने पीने का इंतजाम किया गया और इन्हें आज रात एक दूसरी बस के माध्यम से इनके गन्तव्य तक पहुंचा दिया जायेगा।
बिजनोर पहुँचे अन्य मजदूर
लॉकडाउन के बाद करीब साढे़ तेरह हजार मजदूर वापस अपने गृह जनपद बिजनौर वापस आ गए है। करीब 457 ग्राम पंचायतों में मनरेगा में काम शुरू हो गया है। मनरेगा में इस समय मिटटी खुदाई, तालाब खुदाई, नाला खुदाई, सड़क पर मिटटी पाटने आदि का काम कराया।
अन्य मजदूर जो लॉकडाउन में फंसे हुए थे वो बिजनौर वापस आकर वो राहत की सांस ले रहे है। श्रमिक ऐसी विषम परिस्थितियों में सरकार की इस मदद के लिए उसका आभार व्यक्त कर रहे है।
रिपोर्टर- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ