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आएगी प्रलय! नदियों ने धारण किया रौद्र रूप, खतरे में लोगों की जिंदगी
इटावा में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर तटवर्ती गांवों में दहशत हैं। यमुना का जलस्तर भी चार-पांच सेमी प्रति घंटे की दर बढ़ रहा है।
लखनऊ। हर साल की तरह इस साल भी सूबे में बाढ के हालात बननाषुरू हो गए है। प्रदेष में लगातार हो रही बारिष के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसका ज्यादा असर दिख रहा है। वहीं पष्चिमी उत्तर प्रदेष भी पीछे नही है। बारिश के चलते प्रमुख नदियां नदियां उफान पर आनाषुरू हो गयी हैैं। कुछ खतरे के निशान पास तो कुछ उसके ऊपर बह रही हैैं।
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कई ज़िलों में गंगा का जल स्तर लगातार बढ रहा
पूर्वी यूपी के वाराणसी गोरखपुर समेत अन्य जिलों में गंगा का जल स्तर लगातार बढ रहा है। कई घाटों में तो नौका संचालन भी बंद कर दिया गया है। यह स्थिति वाराणसी के साथ ही फाफामऊ, प्रयागराज, सीतामढ़ी, मीरजापुर, गाजीपुर व बलिया में भी बनी हुई है। बलिया में भी गंगा खतरे के निशान से मात्र सवा दो मीटर नीचे बह रही है।
प्रयागराज में हनुमान मंदिर के दहलीज पर गंगा का पानी पहुंचा गया है। पश्चिमी उप्र के मुरादाबाद, मेरठ समेत विभिन्न जिलों में रविवार को बारिश जारी रही। बारिश के चलते मकान गिरने से मुजफ्फरनगर में एक बच्ची की मौत हो गई। खतौली में छत गिरने से दो बच्चे घायल हो गए। बारिश के कारण नेशनल हाईवे पर जलभराव हो गया। रविवार को बिजनौर गंगा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोडने से हस्तिनापुर खादर में बाढ़ की आशंका हो गई है। सहारनपुर के गंगोह में बारिश से मकान की छत गिरने से बालिका की मौत हो गई।
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चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर
इटावा में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर तटवर्ती गांवों में दहशत हैं। यमुना का जलस्तर भी चार-पांच सेमी प्रति घंटे की दर बढ़ रहा है। नदियों में पानी बढने से सहायक नदी क्वारी में तेज बहाव आने से शनिवार को बह गए बिठौली गांव के किशोर का अभी तक पता नहीं चला है। फर्रुखाबाद में गंगा खतरे के निशान पास पहुंच गई है।
सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
चित्रकूट में यमुना खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन 7-8 सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। बरहा कोटरा और मवई कला में गांव में पानी घुसने से नाव चलने लगी हैं। इन गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वहीं सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई है।अयोध्या में सरयू के जलस्तर में उतार-चढ़ाव से कटान का खतरा बढ़ गया है। तटवर्ती इलाकों में लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। राहत आपदा विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार बहराइच में 1, महराजगंज 1, गोरखपुर में 2, वाराणसी में 1, बलिया में 1, लखनऊ में 2 एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं। राहत बचाव का कार्य जारी है।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ
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