TRENDING TAGS :
UP Politics: बरिश की वजह से आम जनजीवन अस्तव्यस्त, फसलें बर्बाद, सरकार मस्त-आरएलडी
UP Politics: बुधवार को अनिल दुबे ने कहा कि बारिश से उ.प्र. में बाढ़ जैसे हालात हैं। इससे किसानों का खासा नुकसान हुआ है। आने वाले समय में और नुकसान हो सकता है।
UP Politics: बरिश की वजह से प्रदेश में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है। उत्तराखंड और हिमांचल प्रदेश में दर्जनों मकाने ढह गई। गाड़ियां बह गई। कई लोगों की मौते हो गईं। इसके अलावां उत्तर प्रदेश में भी रुक-रुककर धीमे से तेज बारिश हो रही है। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि उ0प्र0 के दो दर्जन से अधिक जनपदों में भारी बारिश व बाढ़ की वजह से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बड़े पैमाने पर जान-माल और पशु धन की हानि हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों के मकान ढह गये और किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। बाढ़ के कारण हालात हालत नाजुक है। इसके बावजूद सरकार अपनी आंखे बंद किए बैठी है। पीड़ित परिवार की मदद नहीं किया जा रहा है। दुबे ने सीएम योगी से बाढ़ प्रभावित जनपदों में लोगों की मदद की मांग की है।
भारी बारिश किसान बर्बाद सरकार मस्त
बुधवार को अनिल दुबे ने कहा कि बारिश से उ.प्र. में बाढ़ जैसे हालात हैं। इससे किसानों का खासा नुकसान हुआ है। आने वाले समय में और नुकसान हो सकता है। प्रदेश के कई हिस्सों में नदियां उफान पर हैं। लोगों के घर बह गए। जिनके बचे हैं उनमें बरिश का पानी भर गया है। किसानों की फसलें बर्शात की पानी में डूब गई हैं। भूखे प्याशे किसान बाढ़ के दंश से अभी भी नहीं उबर पाए हैं। भारी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। स्थानीय प्रशासन बाढ़ से निपटने का सीर्फ खोखला दिखावा कर रही है। वास्तविकाता कुछ और है।
इन जिलों में बढ़ता जा रहा बाढ़ का प्रकोप
आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि गोंडा, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, बलरामपुर, बरेली, पीलीभीत, बाराबंकी, आजमगढ़, संतकबीरनगर, देवरिया, शाहजहांपुर, अयोध्या, मऊ अम्बेडकरनगर, महाराजगंज और कुशीनगर में बाढ़ का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। बस्ती, संतकबीर नगर और देवरिया जनपद में घाघरा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। दर्जनों गांव इसकी चपेट में हैं। इसी प्रकार बहराइच के आधा दर्जन गांव कटान के निशान पर हैं। कई मकान एवं सैकड़ों बीघा जमीन नदी में समा गई है। कई जगहों पर आवागमन अवरुद्ध हो गया है। जबकि मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड, बुलंदशहर में मौसम विभाग ने येलो एलर्ट जारी किया गया है। नदियां उफान पर हैं। शामली में यमुना नदी उफान पर है इसके चलते सहपत में तटबंध टूट गया है। जबकि कैराना में यमुना ब्रिज पर जलस्तर खतरे के निशान उपर है। बिजनौर, हापुड़ और सहारनपुर में भी बाढ़ के हालात बना हुआ है। लेकिन सरकार राहत बचाव कार्य के नाम पर सीर्फ ढकोसलेबाजी की जा रही है।