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Kisan Mahapanchayat: RLD के जयंत चौधरी का बयान, कहा सरकार अत्याचारी है

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि घायल पुलिसवालों से मिलने तो गृहमंत्री जा रहे हैं और यदि गृहमंत्री किसानों के लिए भी दो शब्द कह देते तो उनके दिल में भावना बनती कि सरकार हमारी है

Chitra Singh
Published on: 29 Jan 2021 9:53 AM GMT
Kisan Mahapanchayat: RLD के जयंत चौधरी का बयान, कहा सरकार अत्याचारी है
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Kisan Mahapanchayat: RLD के जयंत चौधरी का बयान, कहा सरकार अत्याचारी है

बागपत: दिल्ली हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों को देखने गए अमित शाह पर रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने जोरदार हमला बोला है। जयंत चौधरी ने शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि घायल पुलिस वालों के बीच जा रहे गृहमंत्री, किसानों के लिए दो शब्द कह देते तो हानि नहीं होती। किसान के दिल में भावना बनती कि सरकार हमारी है। बल प्रयोग करके जनता को दबा नहीं सकते है। सरकार अत्याचारी बन गई है। इसका अहसास अब धीरे-धीरे लोगों को हो रहा है।

जयंत ने शाह पर साधा निशाना

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि घायल पुलिसवालों से मिलने तो गृहमंत्री जा रहे हैं और यदि गृहमंत्री किसानों के लिए भी दो शब्द कह देते तो उनके दिल में भावना बनती कि सरकार हमारी है। पुलिस वाले भी हमारे भाई हैं और हमारे बीच से ही गए हैं, उन्हें कुछ होता है तो हमें भी दर्द होता है।

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अत्याचारी सरकार- जयंत

दरअसल, जयंत चैधरी मुजफ्फरनगर में भाकियू मुखिया नरेश टिकैत की पंचायत में शामिल होने जा रहे थे और कुछ वक्त के लिए बड़ौत रूके, जहां उन्होंने ये बात कही। जयंत ने ये भी कहा कि बल प्रयोग करके जनता को दबा नहीं सकते, अत्याचारी सरकार बन गई और धीरे-धीरे लोगों को अहसास हो रहा है। वहीं बागपत सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने ट्वीट के जरिए कहा था कि असामाजिक तत्व लाल किले को जलियावाला बाग बनाना चाहते थे। सांसद के इस ट्वीट पर जयंत ने कहा कि लालकिले से बड़ा दर्द हुआ लोगों, लेकिन किसानों पर लाठीचार्ज हुआ, सैकड़ों किसान मर गए उनके प्रति संवेदना नहीं।

jayant chaudhary

'किसानों के प्रति संवेदना नहीं'

उधर, बागपत सांसद डा. सत्यपाल सिंह के ट्वीट पर कहा, “लालकिले से बड़ा दर्द हुआ लोगों को, किसानों पर लाठीचार्ज हुआ, सैकड़ों किसान मर गए। उनके प्रति संवेदना नहीं। वहीं बड़ौत में जबरन किसानों का धरना खत्म कराने पर उन्होंने कहा, “किसानों को हटाने के लिए डाला गया डाका, मुजफ्फरनगर पंचायत में शामिल होने से पहले कुछ देर के लिए बड़ौत रूके थे जयंत चौधरी।”

रिपोर्ट- पारस जैन

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