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27 दिसंबर को गन्ना अधिकारियों और कलेक्ट्रेट का घेराव करेगी रालोद: जयंत चौधरी

बागपत के बड़ौत में दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर पांच दिनों से चल रहे किसानों के धरने में पहुंचे जयंत चौधरी ने कहा कि फसले औने-पौने दाम में जाएगी और जमीन भी औने-पौने दाम में बिकेगी, क्योंकि उन पर आपका मालिकाना हक नहीं होगा।

Newstrack
Published on: 23 Dec 2020 11:50 PM IST
27 दिसंबर को गन्ना अधिकारियों और कलेक्ट्रेट का घेराव करेगी रालोद: जयंत चौधरी
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गन्ने का रेट तय न होने से नाराज राष्ट्रीय लोकदल ने 27 दिसंबर को गन्ना अधिकारियों और कलक्ट्रेट का घेराव करने का ऐलान किया है।

बागपत: चीनी मिले चालू होने के बावजूद अभी तक गन्ने का रेट तय न होने से नाराज राष्ट्रीय लोकदल ने 27 दिसंबर को गन्ना अधिकारियों और कलेक्ट्रेट का घेराव करने का ऐलान किया है। रालोद महासचिव जयंत चौधरी ने कहा कि 27 दिसंबर को वो अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे बल्कि किसानों के हक की लड़ाई लड़ेंगे।

जयंत चौधरी ने केंद्र की मोदी और योगी सरकार पर भी हमला बोला। बागपत के बड़ौत में दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर पांच दिनों से चल रहे किसानों के धरने में पहुंचे जयंत चौधरी ने कहा कि फसले औने-पौने दाम में जाएगी और जमीन भी औने-पौने दाम में बिकेगी, क्योंकि उन पर आपका मालिकाना हक नहीं होगा।

जयंत चौधरी ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों के आगे मोदी जी फेल हैं। जयंत ने ये भी कहा कि जिस कानून की जरूरत ही नहीं वो क्यों दिया गया। जयंत ने धरने पर बैठे किसानों से आह्वान किया वो महिला शक्ति को भी धरने में जोड़ें उससे आंदोलन मजबूत होगा।

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दरअसल, जयंत चौधरी अपने दादा किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती पर छपरौली में एक पुस्तकालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे और उसके बाद वापस लौटते वक्त बड़ौत में किसानों के धरने पर पहुंचे थे।

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28वें दिन भी जारी रहा किसानों का आंदोलन

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन बुधवार को 28वें दिन भी जारी रहा। सरकार ने गतिरोध समाप्त करने के लिए किसानों को एक बार फिर बातचीत का प्रस्ताव भेजा है। किसानों ने सरकार की बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। किसान संगठनों ने कहा कि हम तीनों कानूनों में किसी भी प्रकार के बदलाव की बात नहीं कर रहे बल्कि तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

रिपोर्ट: पारस जैन

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