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मेरठ को 32 हजार करोड़ की सौगात, 2025 तक बनकर तैयार होगा RRTS
आयुक्त सभागार में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम ने कहा कि सभी संबंधित विभागीय अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ कार्य करे। उन्होंने बताया कि नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रान्सपोर्ट कारपोरेशन द्वारा मार्च 2025 तक कार्य पूर्ण करने की तिथि दी गयी है।
मेरठ: आयुक्त सभागार में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम ने कहा कि सभी संबंधित विभागीय अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ कार्य करे। उन्होंने बताया कि नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रान्सपोर्ट कारपोरेशन द्वारा मार्च 2025 तक कार्य पूर्ण करने की तिथि दी गयी है। उन्होंने बताया कि इसकी कुल लागत करीब रू0 32 हजार करोड आयेगी। इस अवसर पर कुल 15 बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी व आवष्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
आयुक्त ने दिए ये निर्देश
आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम ने निर्देशित किया कि जिलाधिकारी मेरठ भैंसाली वर्कशॉप को शिफ्ट करने के लिए भूमि की आवश्यकता के संबंध में रिवाइजड प्रस्ताव शासन स्तर पर राजस्व विभाग को भेजे। आयुक्त ने गुलधर स्टेशन के लिए जमीन उपलब्धता के संबंध में आरएम यूपीएसआईडीसी को प्रकरण को जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार साहिबाबाद स्टेशन के लिए भूमि की उपलब्धता के संबंध में एनसीआरटीसी व यूपीएसआईडीसी के अधिकारियों को प्रकरण को निस्तारित करने के लिए निर्देश दिये गये।
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मार्ग में आने वाले खंभो को हटाए जाए
आयुक्त ने मोदीनगर के मध्य में कराये जाने वाले कार्यों के लिए निर्देशित किया कि वह इसको चरणबद्ध तरीके से स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से कराये। आयुक्त ने नगर निगम मेरठ के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह आरआरटीएस के मार्ग पर पडने वाले व उनकी परिधि में आने वाले खंभो आदि को प्राथमिकता पर हटवाये। वहीं मोदीनगर में ड्रेनेज के कार्यों के संबंध में उन्होने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह पैचिस में कार्यो को पूर्ण करते हुये उसको एनसीआरटीसी को हैण्डओवर करे ताकि आरआरटीएस का कार्य निर्बाध रूप से जारी रहे।
इस अवसर पर अपर आयुक्त रजनीश राय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन एम0एस0 गब्र्याल, वित्त सुभाष चन्द्र प्रजापति, एसडीएम सदर संदीप भागिया, निदेशक प्रोजेक्ट एनसीआरटीसी अनिल कुमार संगारिया, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मुदित गर्ग, मुख्य अभियंता एनसीआरटीसी वीरेन्द्र कुमार, रोडवेज, नगर निगम, यूपीएसआईडीसी, विद्युत सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
30 जनवरी 2021 तक पूर्ण कराये दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे का कार्य
दिल्ली मेरठ ऐक्सप्रेस-वे के कार्यो की समीक्षा के बाद आयुक्त अनीता सी0 मेश्राम ने बताया कि दिल्ली मेरठ ऐक्सप्रेस-वे का कार्य 04 पैकेज में कराया जा रहा है। परियोजना की कुल लागत 8346 करोड रू0 है तथा सिविल लागत 4976 करोड रू0 है। आयुक्त के अनुसार उन्होंने बैठक में निर्देशित किया कि परियोजना को 30 जनवरी 2021 तक पूर्ण कराया जाये।
एनएचएआई के अधिकारी ने बताया कि 06 लेन दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे जो कि लगभग 82.01 किमी है। उन्होने बताया कि परियोजना की कुल लागत 8346 करोड रू0 है तथा सिविल लागत 4976 करोड रू0 है। परियोजना में 05 बडे व 19 छोटे तथा तीन आरओबी भी होंगे। उन्होने बताया कि परियोजना का कार्य चार चरणों में पूरा कराया जा रहा है जिसमें से प्रथम चरण जो कि सरायं काले खां से गाजीपुर-दिल्ली यूपी बार्डर तक है, जिसकी कुल लंबाई 8.72 किमी है, का कार्य 28 जून 2018 को पूर्ण कर लिया गया है।
उन्होने बताया कि द्वितीय पैकेज में गाजीपुर-दिल्ली यूपी बार्डर से डासना गाजियाबाद तक का कार्य जो कि 19.28 किमी है, में लगभग 93 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है शेष कार्य प्रगति पर है। उन्होने बताया कि परियोजनान्तर्गत तृतीय पैकेज जो कि डासना से हापुड तक है तथा जिसकी लंबाई 22.23 किमी है, का कार्य 13 सितम्बर 2019 को पूर्ण करा लिया गया है। उन्होने बताया कि परियोजना का चतुर्थ पैकेज जो कि डासना से मेरठ का है तथा जिसकी कुल लंबाई 31.78 किमी है, का 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है शेष कार्य प्रगति पर है।
सुशील कुमार
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