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राम मंदिर: अयोध्या में आज साधु संतों का सम्मेलन,संत ले सकते हैं कोई बड़ा फैसला
बीजेपी के एक बार फिर से सत्ता में आने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की आवाजें तेज हो गई है। एक बार फिर देश भर के संत राम मंदिर निर्माण को लेकर हुंकार भरने जा रहे हैं।
अयोध्या: बीजेपी के एक बार फिर से सत्ता में आने के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की आवाजें तेज हो गई है। एक बार फिर देश भर के संत राम मंदिर निर्माण को लेकर हुंकार भरने जा रहे हैं।
आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संत बड़ी बैठक करेंगे। मणिरामदास की छावनी इस संत सम्मेलन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य करेंगे।
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सम्मेलन में विहिप व संघ के पदाधिकारी सहित साधु संत हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि इस बैठक में संत कोई बड़ा फैसला ले सकते है। संत सम्मेलन वैसे तो रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में हो रहा है।
इस सम्मेलन में विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय और विहिप के केंद्रीय मंत्री पंकज सिंह समेत संघ के नेता भी शामिल होंगे। वासुदेवानंद सरस्वती, साध्वी ऋतम्भरा, स्वामी चिन्मयानंद, आचार्य धर्मेंद्र समेत और भी कई संत मौजूद रहेंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी इसमें पहुंचेंगे।
सम्मेलन में गौरक्षा और जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी सम्मेलन में हो चर्चा सकती है। मणिरामदास की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने बताया कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य इस संत सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में विहिप व संघ के पदाधिकारी सहित देशभर के साधु-संत पहुंच रहे हैं
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इससे पहले 3 जून को मणिरामदास की छावनी में हुई बैठक में विहिप व संघ के पदाधिकारियों की मौजूदगी में संतो ने राममंदिर निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर की थी।
सम्मेलन में राममंदिर निर्माण को लेकर आगे की रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में फैसला सुनाते हुए मध्यस्थता के लिए पैनल गठित करने के आदेश दिए थे। इस पैनल में तीन सदस्यों को शामिल किया था। मध्यस्थता बोर्ड के सदस्यों में श्रीश्री रविशंकर के साथ ही श्रीराम पंचू को भी शामिल किया गया है। वहीं मध्यस्थता बोर्ड के अध्यक्ष एम एफ कलिफुल्लाह होंगे।