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Barabanki News: बाराबंकी में सरयू नदी के किनारे के लोग खुद तोड़ रहे अपने घर, इस दहशत से हैं परेशान
Barabanki News: बाराबंकी जिले में पिछले करीब 20 दिनों से सरयू नदी का जलस्तर घटने-बढ़ने के बाद अब इसने चेतावनी बिंदु पार कर लिया। नेपाल से लगभग ढाई लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज से नदी अब खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है।
Barabanki News: बाराबंकी जिले में पिछले करीब 20 दिनों से सरयू नदी का जलस्तर घटने-बढ़ने के बाद अब इसने चेतावनी बिंदु पार कर लिया। नेपाल से लगभग ढाई लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज से नदी अब खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है। जलस्तर को देखते हुए तराई के सैकड़ों गांवों में डर का माहौल है। दूसरी तरफ प्रशासन ने गांवों में लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
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उफनती सरयू में समां जा रहे गांव-खेत
नदी की कटान में लोगों के घर और खेती की जमीन सरयू में समां रही है। ऐसे में नदी के किनारे बसे गांव के तमाम लोग पलायन कर चुके हैं। जो बचे हैं वह भी अपना सामान समेटने लगे हैं। हालांकि कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड विभाग हर संभव उपाय करने के दावे कर रहा है। लेकिन फिर भी लोगों को राहत किसी तरह की राहत मिलती नहीं दिख रही।
कटान के मुहाने पर हैं सैकड़ों घर
बाराबंकी जिले में सरयू नदी का जलस्तर एल्गिन ब्रिज पर चेतावनी बिंदु 105.070 मीटर को पार कर चुका है। दूसरी तरफ सरयू नदी की कटान जारी है। अब तक तेलवारी गांव के लगभग छह मकान नदी की धारा में समा चुके हैं। इन घरों में रहने वाले लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान के लिए पलायन कर गए हैं। जबकि कई घर कटान के मुहाने पर पहुंच चुके हैं। जिसके चलते लोग खुद अपने घरों को तोड़ने पर मजबूर हैं। इसके अलावा नदी की धारा में खेती योग्य भूमि भी समां रही है। ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तहसीलों को किया गया है अलर्टः जिलाधिकारी
आपको बता दें कि जिले की रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के लगभग 150 गांव हर साल सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित होते हैं। बाराबंकी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि लगातार बारिश के चलते सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। कल नेपाल द्वारा लगभग ढाई लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। जिसे देखते हुए तीनों तहसीलों के अधिकारियों को अलर्ट किया जा चुका है। संबंधित तहसीलों के एसडीएम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। तहसील प्रशासन नाव की व्यवस्था करने के साथ ही, सभी बाढ़ चौकियों पर नजर बनाए हुए हैं।
बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा
डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि जो भी जरूरी व्यवस्थाएं हैं, वह हम लोग करवा रहे हैं। राजस्व कर्मचारियों की ड्यूटी तटबंध पर लगाई गई है। कटान वाली जगहों पर काम कराया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। डीएम ने बताया कि जिन भी लोगों के घर कटान में गिरे हैं, उन्हें आवश्यक मुआवजा देने के साथ मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ भी दिलाया जाएगा।