ब्राम्हण हूं इसलिए आवास सूची से काट दिया नाम, युवक ने कहा ऐसा..

गरीब आवासहीन हितग्राहियों को योजना का लाभ देने के लिए सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है। इसी प्रकार गरीब हितग्राहियों को आवास बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है।

Shivakant Shukla
Published on: 22 Dec 2019 7:31 AM GMT
ब्राम्हण हूं इसलिए आवास सूची से काट दिया नाम, युवक ने कहा ऐसा..
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चित्रकूट/मानिकपुर: गरीब आवासहीन हितग्राहियों को योजना का लाभ देने के लिए सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है। इसी प्रकार गरीब हितग्राहियों को आवास बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है।

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जिसमे शासन द्वारा गरीब हितग्राहियों को योजना का लाभ देने के लिए हितग्राहियों का चयन साल 2011 के सर्वे सूची के मुताबिक क्रमश: होना चाहिए था, लेकिन ग्राम के सचिव गलत तरीके से अपात्रों से मोटी राशि वसूल कर योजना का लाभ दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मानिकपुर विकासखंड से सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत एडीओ आइएसबीएम बलराम और सचिव द्वारा आवास आवंटन मे जातिवाद किया जा रहा है।

नाम सिर्फ इस लिए हटाया गया कि वह ब्राम्हण जाति से था

विकासखंड के बगदरी के गांव के ग्रामीण ने जिलाधिकारी व विधायक को शिकायती पत्र भेजकर कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वे में उसका नाम शामिल था, लेकिन पात्रता की सूची से साजिशन नाम काट दिया गया। नाम सिर्फ इस लिए हटाया गया कि वह ब्राम्हण जाति से था। लाभार्थी सुशील द्विवेदी का नाम पात्रता सूची मे था लेकिन सर्वे के दौरान साजिशन काट दिया गया है। पीड़ित ने शिकायती पत्र मे बताया कि मै भूमिहीन हूँ,पक्का मकान भी नहीं है। पात्रता सूची मे आते हुए भी ग्राम पंचायत अधिकारी बलराम द्वारा सूची से नाम काट दिया गया है।

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विकासखंड की बगदरी पंचायत मे जाति के आधार पर आवासों को आवंटित किया जा रहा है। पात्रता श्रेणी मे आते हुए भी ब्राम्हण जाति होने के कारण पात्र व्यक्ति का नाम सूची से हटा दिया गया है। बगदरी पंचायत से आवास बनवाने के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग के और भी कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन भ्रष्टाचार से लिप्त ग्राम पंचायत अधिकारी को उच्चाधिकारियों का रहमोकरम प्राप्त होने से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पीड़ित ने उक्त मामले में जांच कराने की मांग की है।

क्या कहना है जिम्मेदारों का?

"मामला संज्ञान में है और प्रार्थी के आरोप की जांच की जा रही है अगर कोई भी कर्मचारी या अधिकारी दोषी पाया गया तो कार्यवाही होगी। फिलहाल प्रार्थी सुशील द्विवेदी के मामले की जांच हो रही है ।"

- डीके अग्रवाल, बीडीओ (मानिकपुर)

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