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Scholarship Scam in UP: छात्रवृत्ति घोटाले की जांच का दायरा बढ़ा, 20 और कॉलेजों के संचालकों को नोटिस जारी
Scholarship Scam in UP: ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पहले चरण में 10 कॉलेजों की जांच करने के बाद अन्य जिलों के कॉलेजों के भी इसमें शामिल होने की आशंका है।
Scholarship Scam in UP: उत्तर प्रदेश में हुए चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच संघीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है। ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पहले चरण में 10 कॉलेजों की जांच करने के बाद अन्य जिलों के कॉलेजों के भी इसमें शामिल होने की आशंका है। लिहाजा जांच एजेंसी ने 20 अन्य कॉलेज के संचालकों को नोटिस भेज पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। जो कॉलेज अब ईडी के रडार पर आए हैं, वे लखनऊ, बाराबंकी, हरदोई और सीतापुर के हैं।
16 फरवरी को हुई थी बड़ी छापेमारी
अल्पसंख्यक और एससी/एसटी छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की शिकायत आने के बाद इसकी जांच शुरू की गई थी। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आने के बाद इसमें प्रवर्तन निदेशालय की भी एंट्री हुई। 16 फरवरी को जांच एजेंसी की टीमों ने एक साथ लखनऊ, हरदोई, बाराबंकी और फर्रूखाबाद समेत छह शहरों में स्थित शैक्षणिक व मेडिकल कॉलेजों के 22 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।
ईडी सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान अलग-अलग कॉलेजों से बरामद दस्तावेजों की छानबीन में कई अन्य कॉलेजों में भी धांधली के तथ्य सामने आए हैं। जिसके आधार पर 20 और कॉलेजों को जांच में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस घोटाले में फिनो बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। ईडी इनके खिलाफ भी जांच कर रही है।
ऐसे हड़पी गई छात्रवृत्ति की रकम
अब तक की जांच में आए तथ्य के मुताबिक, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत छात्रवृत्ति की रकम हड़पने के लिए फेक छात्र-छात्राओं को दिखाकर उनके खाते में पैसे को ट्रांसफर किया गया, फिर वो रकम वहां से निकाल ली गई। गरीब और पिछड़े छात्र –छात्राओं के लिए चलाई जा रही इस स्कीम के पैसे हड़पने के लिए बड़ी संख्या में बैंक में फर्जी खाते खोले गए। ईडी की जांच में अब तक 100 करोड़ रूपये से अधिक की छात्रवृत्ति की रकम हड़पे जाने के तथ्य सामने आए हैं। ये आंकड़ा जांच का दायरा बढ़ने के साथ-साथ बढ़ भी सकता है।
संबंधित विभाग के अधिकारी नहीं कर रहे सहयोग
छात्रवृत्ति को लेकर अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ईडी के निशाने पर हैं। खबरों के मुताबिक, विभाग के अधिकारी इस घोटाले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। जांच एजेंसी को दस्तावेज देने और उनके सामने पूछताछ के लिए हाजिर होने से कतरा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, ईडी ऐसे अधिकारियों को दोबारा नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब कर सकती है।
बता दें कि छात्रवृत्ति स्कैम में अब तक तीन गिरफ्तारियां हुई हैं। इनमें राजधानी लखनऊ स्थित हाइजिया एजुकेशनल ग्रुप के दो संचालक भी शामिल हैं।