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UP News: अखिलेश यादव के साथ केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे केजरीवाल, पहुंचे लखनऊ

Akhilesh Yadav Meet Arvind Kejriwal: लखनऊ में आज केजरीवाल की सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ महत्वपूर्ण मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात के दौरान दिल्ली में प्रशासनिक अफसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश पर चर्चा होगी।

Anshuman Tiwari
Published on: 7 Jun 2023 1:35 PM IST (Updated on: 7 Jun 2023 9:36 PM IST)
UP News: अखिलेश यादव के साथ केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे केजरीवाल, पहुंचे लखनऊ
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Akhilesh Yadav Meet Arvind Kejriwal (photo: social media )

Akhilesh Yadav Meet Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल आज अपनी पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ लखनऊ दौरे पर पहुंचेंगे। लखनऊ में आज केजरीवाल की सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ महत्वपूर्ण मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात के दौरान दिल्ली में प्रशासनिक अफसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग के अधिकार से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश पर चर्चा होगी।

केजरीवाल इस बिल को राज्यसभा में नामंजूर कराने की कवायद के तहत इन दिनों विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इसी सिलसिले में आज उनकी अखिलेश यादव के साथ महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक के दौरान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। सियासी नजरिए से इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सपा मुखिया कर चुके हैं अध्यादेश का विरोध

केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के संबंध में लाए गए अध्यादेश का समाजवादी पार्टी ने भी विरोध किया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव इस बाबत पहले भी आपत्ति जता चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार की ओर से नया अध्यादेश लाया गया था और अखिलेश यादव ने इस अध्यादेश को न्यायपालिका का अपमान बताया था। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर केजरीवाल का खुलकर साथ देगी।

दोनों नेताओं की आज होने वाली बैठक के बाद सपा मुखिया की ओर से इस बाबत ऐलान किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी मुख्य विपक्षी दल है और लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी के तीन-तीन सदस्य हैं। इस कारण केजरीवाल सपा का समर्थन पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

लोकसभा चुनाव पर भी हो सकती है चर्चा

जानकारी सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं की इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी चर्चा की जा सकती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विपक्षी दलों की एकजुटता की कवायद में जुटे हुए हैं और इस संबंध में उन्होंने अखिलेश यादव और केजरीवाल दोनों से चर्चा की है। उत्तर प्रदेश में सपा और आप के बीच पहले भी गठजोड़ की अटकलें लगाई गई थी हालांकि इसे धरातल पर नहीं उतारा जा चुका था। आज की बैठक के दौरान आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह भी मौजूद रहेंगे और ऐसे में लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है।

दोनों नेता कर सकते हैं महत्वपूर्ण ऐलान

केजरीवाल की लखनऊ की यात्रा के दौरान आज उनके साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे। केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, यूपी के प्रभारी और सांसद संजय सिंह, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा के साथ लखनऊ पहुंचने वाले हैं। आज दोपहर लखनऊ पहुंचने के बाद केजरीवाल सीधे समाजवादी पार्टी के कार्यालय पहुंचेंगे जहां उनकी अखिलेश यादव के साथ मुलाकात प्रस्तावित है। इस बैठक के बाद दोनों नेता मीडिया से भी बातचीत करेंगे। माना जा रहा है कि मीडिया से बातचीत के दौरान दोनों नेता अध्यादेश के मुद्दे पर महत्वपूर्ण ऐलान करेंगे।

इसलिए कवायद में जुटे हैं केजरीवाल

सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल सोची समझी रणनीति के तहत इस अध्यादेश को राज्यसभा में नामंजूर कराने की कवायद में जुटे हैं। दरअसल राज्यसभा में गैर भाजपाई दलों के सदस्यों की संख्या अधिक है। राज्यसभा में भाजपा के पास 93 सांसदों की ताकत है जबकि सहयोगी दलों की सदस्य संख्या 12 है। ऐसे में सत्तारूढ़ दल के पास कुल 105 सांसदों की ताकत है जबकि विपक्षी दलों के सदस्यों की संख्या 133 है। ऐसे में विपक्षी दलों की एकजुटता से इस अध्यादेश को राज्यसभा में नामंजूर कराया जा सकता है।

कई विपक्षी नेताओं से कर चुके हैं मुलाकात

इस अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल अभी तक विपक्ष के कई महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। इन नेताओं में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एनसीपी के मुखिया शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन शामिल हैं।

केजरीवाल को सभी विपक्षी नेताओं ने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन देने का भरोसा जताया है। ऐसे में राज्यसभा में इस बिल को पास कराने में सरकार के सामने मुश्किलें आ सकती हैं।



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Anshuman Tiwari

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