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कोरोना संक्रमण: कोविड अस्पतालों में कम हुई ऑक्सीजन की मांग, सुधर रहे हालात

प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाये। किसी भी कोरोना संक्रमित का इलाज ऑक्सीजन की कमी से बाधित नहीं होना चाहिए।

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Published on: 9 Oct 2020 7:32 PM IST
कोरोना संक्रमण: कोविड अस्पतालों में कम हुई ऑक्सीजन की मांग, सुधर रहे हालात
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कोरोना संक्रमण: कोविड अस्पतालों में कम हुई ऑक्सीजन की मांग, सुधर रहे हालात

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीव्रता में कमी आने से ऑक्सीजन की मांग में अब कमी आ गयी है। पहले प्रति कोविड अस्पताल यह मांग 30 मीट्रिक टन थी जो अब घटकर 22 मीट्रिक टन हो गयी है। ऑक्सीजन की उपलब्धता में भी 72 घंटे बैकअप की व्यवस्था है।

कोरोना इलाज में ऑक्सीजन की कमी से बाधित नहीं होना चाहिए

प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाये। किसी भी कोरोना संक्रमित का इलाज ऑक्सीजन की कमी से बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन का बैकअप रखा जाये तथा इसकी उपलब्धता की मानिटरिंग के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित किए जाएं।

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ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होना चाहिए

प्रमुख सचिव आज यहाँ प्रदेश के चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के दृष्टिगत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि ऑक्सीजन की निर्बाध उपलब्धता के लिए अलग कन्ट्रोल रूम की स्थापना में परिवहन, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थय एवं परिवार कल्याण तथा औद्योगिक विकास को सम्मिलित रखा जाये।

अस्पतालों में ऑक्सीजन की ओवर सप्लाई न हो

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्धता की मानिटरिंग व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित हो साथ ही इसकी प्रतिदिन समीक्षा हो। बैठक में उन्होंने कोविड से अलग अन्य मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन व्यवस्था पर भी ध्यान रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को ऑक्सीजन निर्धारित मूल्य पर ही प्राप्त हो तथा अस्पतालों में इसकी ओवर सप्लाई न हो इसका ध्यान भी रखा जाए।

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72 घंटे बैकअप की व्यवस्था

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीव्रता में कमी आने से ऑक्सीजन की मांग में अब कमी आ गयी है। पहले प्रति कोविड अस्पताल यह मांग 30 मीट्रिक टन थी जो अब घटकर 22 मीट्रिक टन हो गयी है। ऑक्सीजनकी उपलब्धता में भी 72 घंटे बैकअप की व्यवस्था है।

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