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कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी को लिखा पत्र, परशुराम जयंती पर अवकाश की मांग

अपने पत्र में जितिन प्रसाद ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री का ध्यान यूपी में वर्षों से परशुराम जयंती पर होने वाले अवकाश को उनकी सरकार में रद्द किए जाने की ओर आकर्षित करना चाहते है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा है कि भगवान परशुराम विष्णु जी के छठे अवतार है।

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Published on: 10 Aug 2020 12:10 PM GMT
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी को लिखा पत्र, परशुराम जयंती पर अवकाश की मांग
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jitin prasad wrote letter to cm yogi

लखनऊ। यूपी में शुरू हुई ब्राहम्णों को लुभाने की राजनीतिक दलों की कोशिश जारी है। भगवान परशुराम को सपा और बसपा के जाहिर किए गये प्रेम के बाद अब कांग्रेस ने भी भगवान परशुराम की जयंती का अवकाश समाप्त किए जाने पर आपत्ति जताई है और इस अवकाश को फिर से बहाल करने की मांग की है।

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मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

jitin prasad

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध में पत्र लिखा है। अपने पत्र में जितिन प्रसाद ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री का ध्यान यूपी में वर्षों से परशुराम जयंती पर होने वाले अवकाश को उनकी सरकार में रद्द किए जाने की ओर आकर्षित करना चाहते है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा है कि भगवान परशुराम विष्णु जी के छठे अवतार है। जिस कारण वह ब्राहम्ण समाज की आस्था का प्रतीक है।

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पत्र में लिखी ये बात

bhagwan parshuram jayanti

आगे उन्होंने लिखा है कि परशुराम का जन्म बैसाख माह की तृतीया तिथि को हुआ था। भगवान शिव के परम भक्त परशुराम को न्याय के देवता का अधिकार दिया था। जिस कारण ब्राहम्ण समाज के साथ अन्य लोगों की भी आस्था भगवान परशुराम में है। अब तक ब्राहम्ण समुदाय की आस्था के प्रतीक भगवान परशुराम की जयंती पर प्रतिवर्ष अवकाश होता रहा है परन्तु वर्तमान सरकार ने इसे निरस्त कर दिया है, जिससे ब्राहम्ण समाज में आक्रोश है। जितिन ने मुख्यमंत्री योगी से इस अवकाश को फिर से बहाल करने का अनुरोध किया हैं।

विपक्षी दलों का मानना

दरअसल, यूपी मे काफी समय से यह चर्चा है कि योगी सरकार में ब्राहम्णों का उत्पीड़न किया जा रहा है। लेकिन बीते दिनो कानपुर के विकास दुबे एनकाउंटर के बाद से विपक्षी दलों ने अंदरखाने योगी सरकार को ब्राहम्ण विरोधी करार देना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों का मानना है कि विकास दुबे एनकाउंटर के बाद से राज्य के ब्राहम्णों में भी योगी सरकार के खिलाफ नाराजगी है। विपक्षी दल इस नाराजगी को भुना कर ब्राहम्णों को अपने पाले में लाना चाहते है। इसी के चलते जहां बीते शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भगवान परशुराम की 108 फिट ऊंची प्रतिमा लगाने की घोषणा की तो रविवार को मायावती ने बसपा सरकार बनने पर उससे भी ऊंची प्रतिमा लगाने का एलान कर दिया। इसी क्रम में सोमवार को कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने भी परशुराम जयंती पर अवकाश की मांग उठा दी है।

रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ

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