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बाबू लाल मीणा के खिलाफ कर्मचारी लामबंद, मुख्य सचिव से की कार्रवाई की मांग

अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग के कर्मचारियों ने बाबू लाल मीणा (प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक) के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। कर्मचारियों ने सचिवालय पहुंचकर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। कर्मचारियों ने मुख्य सचिव आरके तिवारी से मिलकर बाबू लाल मीणा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Ashiki
Published on: 16 Jan 2021 5:47 PM GMT
बाबू लाल मीणा के खिलाफ कर्मचारी लामबंद, मुख्य सचिव से की कार्रवाई की मांग
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बाबू लाल मीणा के खिलाफ कर्मचारी लामबंद, मुख्य सचिव से की कार्रवाई की मांग

लखनऊ: अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग के कर्मचारी बाबू लाल मीणा (प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग) के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। कर्मचारियों ने सचिवालय पहुंचकर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। कर्मचारियों ने मुख्य सचिव आरके तिवारी से मिलकर बाबू लाल मीणा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कर्माचरियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्य सचिव को एक ज्ञापन भी सौंपा है।

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कर्मचारियों का कहना है कि बाबू लाल मीणा द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके साथ ही कर्मचारियों का आरोप है कि बाबू लाल मीणा उनके साथ गली गलौज करते हैं और इनके साथ अनुचित व्यवहार करते हैं। बाबू लाल मीणा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आज प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही उनके खिलाफ कर्मचारियों ने आज राजधानी लखनऊ में पैदल मार्च भी निकला है।

कर्मचारियों का आरोप

अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि वह प्रतिदिन बाबू लाल मीणा द्वारा किए जाए दुर्व्यवहार, उत्पीड़न, अपमान और विभागीय दुर्व्यवस्था उत्पन्न करने के कारण दुखी है। उनका कहना है कि बाबू लाल मीणा महिला कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ भी दुर्व्यवहार करते हैं। इसके साथ ही अनुभाग अधिकारी से लेकर विशेष सचिव तक को बाबू लाल मीणा द्वारा अपमानित किया जा रहा है। कर्मचारियों का आरोप है कि बाबू लाल मीणा उन्हें करियर खराब करने की धमकी देते हैं।

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कर्मचारियों का कहना है कि बाबू लाल मीणा या तो मानसिक रूप से अंसतुलित हैं अथवा जानकारी के अभाव में कुठाग्रस्त होकर दुर्व्यवहार के आदि हो चुके हैं। कर्मिचारियों ने ज्ञापन में लिखा है कि महोदय वरिष्ठ अधिकारी अगर ओछी हरकतें करेगा तो इससे ब्यूरोक्रेसी की छवि को धक्का तो लगेगा ही साथ ही उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की मुख्यमंत्री जी की मंशा के विपरीत कार्य संस्कृति पनपेगी जो कदाचित निष्ठावान अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हित विरुद्ध होगी।

जानिए क्या है मामला

दरअसल बीते दिनों अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग के प्रमुख सचिव ने एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई अधिकारी मौजूद थे और बताया जाता है कि इसी दौरान प्रमुख सचिव इतने नाराज हुए कि उन्होंने बदसलूकी की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। आईएएस अधिकारी भरी मीटिंग में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर कर्मचारी संगठनों में नाराजगी है।

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