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शाहजहांपुर: राजकीय मेडिकल कालेज को मिला प्राचार्य, 13 अन्य डाक्टरों की नियुक्ति
लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही सरकार अधूरे कार्यों को पूरा करने में तेजी के साथ जुट गई है। शाहजहांपुर में मेडिकल कालेज का अभी निर्माण कार्य चल रहा है कि इस बीच सरकार की तरफ से यहां पर सैफई मेडिकल कालेज में सेवा दे चुके प्राचार्य की नियुक्ति कर दी गई है।
शाहजहांपुर: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही सरकार अधूरे कार्यों को पूरा करने में तेजी के साथ जुट गई है। शाहजहांपुर में मेडिकल कालेज का अभी निर्माण कार्य चल रहा है कि इस बीच सरकार की तरफ से यहां पर सैफई मेडिकल कालेज में सेवा दे चुके प्राचार्य की नियुक्ति कर दी गई है। उनके साथ ही 13 अन्य डाक्टरों की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही जिला अस्पताल को राजकीय मेडिकल कालेज के हवाले कर दिया गया है।
दरअसल यूपी के शाहजहांपुर में राजकिये मेडिकल कालेज की नींव अखिलेश सरकार मे रखी गई थी। जिसका शिलान्यास बीजेपी के केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने किया था। तीन साल बीत जाने के बाद भी मेडिकल कालेज बन नही पाया। लेकिन अब लोकसभा चुनाव करीब है। यही कारण है कि सरकार अधूरे कामों मे तेजी दिखा रही है। अभी राजकीय मेडिकल कॉलेज बन रहा है। लेकिन यहां पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाक्टर अभय कुमार की नियुक्ति कर दी गई है।
वह सैफई मेडिकल कॉलेज से आए है। अब यहां का जिला अस्पताल भी मेडिकल कॉलेज के हवाले कर दिया गया है। उनके साथ 13 डाक्टरों की जिला अस्पताल मे नियुक्ति की गई है। जिन्होंने आज से ज्वाइन कर लिया है। यहाँ का जिला अस्पताल डाक्टरों की कमी से जूझ रहा था। इसके साथ ही नियुक्त हुए प्राचार्य ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। जहाँ पर उनको निर्माण कार्य सुस्त गति से चलता हुआ मिला। उसके बाद उन्होंने जिला अस्पताल का निरिक्षण किया। जहां उनको सब ठीक ठाक मिला।
तीन साल पहले राजकिये मेडिकल कॉलेज की नींव रखी गई थी। मेडिकल कॉलेज केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से बनाया जा रहा है। लेकिन उस वक्त उत्तरप्रदेश मे समाजवादी पार्टी की सरकार थी। तब पैसे की कमी का आरोप दोनो एक दूसरे पर लगाते थे। यही कारण था कि तीन साल बीत जाने के बाद भी मेडिकल कॉलेज नही बन पाया। लेकिन सरकार बदली और उत्तर प्रदेश मे बीजेपी की सरकार बनी। सरकार बने डेढ़ साल बीत जाने के बाद मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा नही किया जा सका है। लेकिन चुनाव नजदीक है। इसलिए सरकार अब मेडिकल कालेज बनाने मे ज्यादा दिलचस्पी दिखा रही है। इसी सत्र मे मेडिकल कॉलेज मे बैच शुरू होने की तैयारी चल रही है।
वैसे 13 डाक्टरों की नियुक्ति कर दी गई। लेकिन अभी ये नही पता कि ये डाक्टर कहां बैठेंगे। लेकिन जानकारी के मुताबिक डाक्टरों की नियुक्ति इसलिए कराई गई है। ताकि वह अपने अपने विभागों का निर्माण कार्य करा सके। तो क्या अब डाक्टर पहले अपने विभाग के आफिस का निर्माण कार्य कराएंगे और उसके बाद वह वहां पर पङाएंगे। तब तक वह सरकार से मोटी सैलरी पाते रहेंगे।
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाक्टर अभय कुमार ने बताया कि इसी सत्र मे मेडिकल कालेज मे बैच शुरू होने की तैयारी चल रही है। निर्माण मे तेजी लाने के लिए दिशानिर्देश दिए गए है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निरिक्षण के बाद मेडिकल कालेज का सत्र शुरू कर दिया जाएगा। आज 13 डाक्टरों को नियुक्ति की गई है। ये सभी कालेज मे निर्माण कार्य में सहयोग करेंगें ।
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