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भतीजे के बिना अब चाचा शिवपाल भाजपा सरकार के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा

अपने भतीजे अखिलेश यादव से बात बनते न देख अब चाचा शिवपाल सिंह यादव ने अकेले ही सड़क पर उतरने का फैसला किया है। हाल ही में लोकसभा चुनावमें बुरी तरह से चारों खाने चित्त होने के बाद अब उनकी पार्टी प्रसपा भाजपा कीकेन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।

Shivakant Shukla
Published on: 14 Dec 2019 3:32 PM GMT
भतीजे के बिना अब चाचा शिवपाल भाजपा सरकार के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा
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लखनऊ: अपने भतीजे अखिलेश यादव से बात बनते न देख अब चाचा शिवपाल सिंह यादव ने अकेले ही सड़क पर उतरने का फैसला किया है। हाल ही में लोकसभा चुनावमें बुरी तरह से चारों खाने चित्त होने के बाद अब उनकी पार्टी प्रसपा भाजपा कीकेन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।

नागरिकता संशोधन विधेयक, एनआरसी विवाद और सर्वोच्चन्यायालय, सीबीआई व चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर हो रहे हस्तक्षेप वहमले के विरोध में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) 18 दिसम्बर को हजरतगंजस्थित जीपीओ पार्क में ‘संविधान बचाओ-देश बचाओ’ के संकल्प के साथसांकेतिक उपवास व धरने का आयोजन करेगी। यह सभी फैसले आज प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की कोरसमिति की बैठक में लिया गया।

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कानून के सामने सब बराबर है: शिवपाल

बैठक को सम्बोधित करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के मुताबिक “राज्य, भारत के राज्यक्षेत्र में किसी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता से या विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहीं करेगा।“ कानून के सामने सब बराबर हैं। यादव ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 14 में ‘व्यक्ति’ शब्द का उल्लेख है,ध्यान रहे यह अधिकार नागरिक ही नहीं सभी व्यक्तियों को प्राप्त है। इसका अर्थ यह है किदेश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहींकिया जा सकता, भले ही वह भारतीय गणराज्य का नागरिक न हो। ऐसे में देश में रहरहे किसी विदेशी नागरिक को धर्म के आधार पर आश्रय से वंचित करना गलत है।

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आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है: शिवपाल

यादव ने कहा कि गलत आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है। जीएसटी की जटिलता व नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असरहुआ है। आर्थिक मंदी व बेरोजगारी से लड़ने की जगह भारतीय जनता पार्टी भावनात्मकमुद्दे उठा रही है। यह शर्मनाक है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध केमामलों में उत्तर प्रदेश का रिकार्ड बेहद खराब हो गया है, किसानों को उनके उत्पादका उचित मूल्य भी नहीं मिल रहा है व जिला व स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार चरम परहै।बैठक में सैय्यदा शादाब फातिमा, शारदा प्रताप शुक्ला, राम नरेशयादव, सुंदर लाल लोधी, सैय्यद मकसूद अशरफ, जर्रार हुसैन, प्रेम प्रकाश वर्मा, अजयत्रिपाठी, बीनू शुक्ला एवं गौतम राणे सागर मौजूद थे व अन्य पदाधिकारी उपस्थितिथे।

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