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विदेश में बजा देशी गाने का रिंगटोन, सिद्धार्थनगर के इस शिक्षक ने मचाया धमाल

वर्ष 2009 में प्राथमिक शिक्षक पद पर चयनित हुए अनिरुद्ध ने वर्ष 2012 में वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में भारतभारी की महिमा बखान करने वाला गीत गाया जिसका डंका बज रहा है।

Chitra Singh
Published on: 24 Feb 2021 6:09 PM IST
विदेश में बजा देशी गाने का रिंगटोन, सिद्धार्थनगर के इस शिक्षक ने मचाया धमाल
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विदेश में बजा देशी गाने का रिंगटोन, सिद्धार्थनगर के इस शिक्षक ने मचाया धमाल

रिपोर्ट- इंतेजार हैदर

सिद्धार्थनगर। प्रतिभा किसी भी गली- कूचे में क्यों न हो एक दिन उसे अपनी पहचान जरूर मिलती है। कुछ ऐसी ही बात शिक्षक अनिरुद्ध मौर्या के गीतों की भी है। वर्ष 2012 में उन्होंने पौराणिक नगरी भारतभारी को लेकर एक सुंदर भजन गाया जो आज क्षेत्रीय लोगों के ही नहीं विदेश में रहने वाले स्थानीय लोगों के मोबाइल फोन का रिंगटोन बना हुआ है।

भारतभारी के माटी का गुणगान

नवसृजित नगर पंचायत की रहने वाली गुड़िया अमेरिका में रहती हैं। उनके मोबाइल फोन की रिंगटोन वर्षों से भारतभारी के माटी का गुणगान कर रही है। अजय अग्रहरि न्यूजीलैंड में इंजीनियर और योग प्रशिक्षक हैं। उनके मोबाइल फोन पर भी यही रिंगटोन है। अजय जब भी क्षेत्र में आते हैं तो भारतभारी जाना नहीं भूलते। ऐसे और भी लोग हैं जो विदेश में रहकर भी भारतभारी को रिंगटोन के माध्यम से खुद को माटी से जोड़े हुए हैं। यह सिर्फ शिक्षक अनिरूद्ध मौर्य के एक गीत की बानगी है।

Ajay Aghari

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अनिरुद्ध ने बनारस में गाया था यह गीत

वर्ष 2009 में प्राथमिक शिक्षक पद पर चयनित हुए अनिरुद्ध ने वर्ष 2012 में वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में भारतभारी की महिमा बखान करने वाला गीत गाया जिसका डंका बज रहा है। मूलतः खुनियांव विकास खंड के राजपुर धोबहा निवासी अनिरुद्ध मौजूदा समय में शोहरतगढ़ विकास खंड के प्राथमिक स्कूल बोकनार में शिक्षक पद पर तैनात हैं। भारतभारी के अलावा उन्होंने कुशेश्वरनाथ धाम का इतिहास आल्हा की धुन पर तथा बुद्ध की महिमा का बखान करता गीत हे करुणेश्वर, शील प्रवर हे.. तथा गालापुर मैया गाना गाया जो काफी पसंद किया गया। वर्ष 2008 में उन्हें मालिनी अवस्थी के हाथों भोजपुरी संगीत गौरव का सम्मान मिला। हाल ही में उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण की है। वह बताते हैं कि जिले के पौराणिक स्थलों को वह अपने गीतों के मार्फत जन- जन तक प्रसिद्ध करना चाहते हैं।

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Chitra Singh

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