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Atiq-Ashraf Murder Case: अतीक-अशरफ के हत्यारे अब उगलेंगे सबकुछ सच-सच, एसआईटी ने लिया ये बड़ा फैसला

Atiq-Ashraf Murder Case: मामले की जांच कर रही एसआईटी अब तक कई दौर की पूछताछ तीनों हत्यारों से कर चुकी है लेकिन उनसे ऐसी कोई जानकारी नहीं निकल पाई है, जिस पर यकीन किया जा सके। ऐसे में प्रयागराज पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 17 May 2023 3:20 PM GMT
Atiq-Ashraf Murder Case: अतीक-अशरफ के हत्यारे अब उगलेंगे सबकुछ सच-सच, एसआईटी ने लिया ये बड़ा फैसला
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(Pic: Social Media)

Atiq-Ashraf Murder Case: प्रयागराज के कुख्यात माफिया ब्रदर्स अतीक अहमद और खालीद अजीम उर्फ अशरफ की सरेआम हत्या का मामला अब भी रहस्य बना हुआ है। हत्याकांड को हुए एक माह से अधिक का समय हो गया है लेकिन इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। वो भी तब जब माफिया बंधुओं को मौत के घाट उतारने वाले तीनों हमलावर पुलिस की गिरफ्त में हैं। मामले की जांच कर रही एसआईटी अब तक कई दौर की पूछताछ तीनों हत्यारों से कर चुकी है लेकिन उनसे ऐसी कोई जानकारी नहीं निकल पाई है, जिस पर यकीन किया जा सके।

ऐसे में प्रयागराज पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। एसआईटी ने तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य का लाई डिटेक्टर टेस्ट और नार्को टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। जांच दल को उम्मीद है इसके जरिए सच तक पहुंचा जा सकेगा। इससे माफिया भाईयों की हत्या करने वाले असल गुनाहगारों तक पहुंचा जा सकेगा।

हत्यारों ने पुलिस को ये बताई थी वजह

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों हत्यारों ने पुलिस पूछताछ के दौरान अलग-अलग बयान दिया था। बांदा के लवलेश तिवारी ने खुद को कट्टर हिंदू बताते हुए कहा था कि उसने मशहूर होने के लिए माफिया भाईयों की हत्या की। कासगंज निवासी शूटर अरूण मौर्य ने कहा कि दोनों भाईयों को मारकर वो ढ़ेर सारा पैसा और पब्लिसिटी हासिल करना चाहता था। इसी तरह तरह हमीरपुर का रहने वाला शूटर सनी सिंह ने कहा था कि वो खुद एक डॉन है और उसने पैसों और शोहरत की चाहत में अतीक – अशरफ की हत्या कर दी थी।

प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं तीनों

15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर पुलिस अभिरक्षा में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों हमलावर अरूण, सनी और लवलेश भागने की बजाय पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। इस हत्याकांड की जांच एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र की अगुवाई वाली एसआईटी कर रही है। तीनों शूटरों को प्रतापगढ़ की जेल में रखा गया है।

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