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सोनभद्र हत्याकांड: पीड़ितों की मदद के लिए सीएम योगी ने उठाया ये बड़ा कदम

मुख्यमंत्री के निर्देश के मुताबिक रॉबर्ट्सगंज और दुद्धी के बीच ओबरा के नाम से एक नई तहसील के साथ साथ कर्मा और कोन के नाम दो ब्लाक बनाये जाएंगे जिससे आदिवासी और गरीब परिवारों को इनके मुख्यालयों तक पहुचने में आसानी होगी ।

Vidushi Mishra
Published on: 21 July 2019 1:53 PM GMT
सोनभद्र हत्याकांड: पीड़ितों की मदद के लिए सीएम योगी ने उठाया ये बड़ा कदम
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सोनभद्र : बीते तीन-चार दिनों से सियासत का केंद्र बने सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में रविवार को पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों को सहायता देने के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल दिया। हालांकि इस मौके पर उन्होंने इस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि 10 दिन में जांच रिपोर्ट आ जायेगी और सब कुछ साफ हो जायेगा।

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रविवार को दोपहर बाद नव नियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव के साथ उम्भा गांव पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ गांव के एक प्राथमिक विद्यालय में पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने सभी पीड़ितों के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता के लिए चेक दिये। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि समाज कल्याण विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों के खाते में चार लाख 12 हजार पांच सौ रुपये की राशि भेजी गई है, जो सोमवार को खाते में पहुंच जाएगी।

उन्होंने कहा कि सहायता राशि में बढाकर साढ़े 18 लाख कर दी जाएगी। इसी तरह घायलों की राशि बढ़ा कर ढाई लाख कर दी गई है, जो अलग-अलग किस्तों में दी जाएगी। साथ ही पीड़ित वनवासियों को कॉलोनी बनाकर एक-एक आवास दिया जाएगा।

प्रधान पक्ष के लोग बच्चों को तालाब में फेंकने की धमकी देते हैं

इसके बाद योगीे का कारवां जिला अस्पताल पहुंचा, जहां उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात व बात की। योगी ने कहा कि घायलों के इलाज का सारा खर्च सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री से बातचीत में पीड़ितो ने शिकायत की कि उनके बच्चे मूर्तियां गांव में पढ़ने जाते हैं, लेकिन वहां प्रधान पक्ष के लोग बच्चों को तालाब में फेंकने की धमकी देते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने मूर्तियां गांव में पुलिस चैकी खोलने का निर्देश दिया।

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सीएम योगी ने गांव में पहुंचकर बिजली कनेक्शन, सोलर लाइट, आंगनबाड़ी केंद्र, घोरावल में फायर ब्रिगेड की स्थापना करने की भी घोषणा की। इसके साथ ही कहा कि गांव में जूनियर हाईस्कूल और आवासीय विद्यालय और आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे।

उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन पर जबरन कब्जा किया गया और फिर इसे पब्लिक ट्रस्ट को सौंप दिया। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि जो जहां पर खेत जोत रहा है, वहां वह जोतता रहेगा।

आदित्यनाथ ने उस क्षेत्र की दुरूहता और पिछड़ेपन को महसूस किया

रविवार को भूमि विवाद में 10 की मौत वाले घटनास्थल पर मृतकों के परिजनों ने मिलने आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उस क्षेत्र की दुरूहता और पिछड़ेपन को महसूस किया ।

आवागमन और अन्य सुविधाओं के अभव को महसूस करते हुए उन्होने तत्काल घटना से जुड़े उम्भा गाँव मे जहाँ पुलिस चौकी के स्थापना की घोषणा की वही घोरावल में अग्निशमन इकाई की भी स्थापना का निर्देश दिया ।

इतना ही नही भौगोलिक दृष्टिकोण से दुरूह होने के कारण गरीबो के तहसील और ब्लाक तक न पहुच पाने की मजबूरी के दृष्टिगत एक नई तहसील और दो नए ब्लाक बनाने की भी स्वीकृति प्रदान करते हुए जिला प्रशासन को सर्वे कर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया ।

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गौरतलब है कि 1989 में मिर्ज़ापुर से अलग होकर सोनभद्र जनपद बनने के बाद जिले में चार विधानसभा, 3 तहसील और 8 ब्लाक है । भगौलिक दुरूहता के कारण दूर दराज के क्षेत्र आज भी उपेक्षित है । क्योंकि दुरूहता के कारण प्रशासन का ही पहुचना कठिन होता है तो आम आदमी के लिए और भी मुश्किल है ।

मुख्यमंत्री के निर्देश के मुताबिक रॉबर्ट्सगंज और दुद्धी के बीच ओबरा के नाम से एक नई तहसील के साथ साथ कर्मा और कोन के नाम दो ब्लाक बनाये जाएंगे जिससे आदिवासी और गरीब परिवारों को इनके मुख्यालयों तक पहुचने में आसानी होगी ।

गरीब परिवार के बच्चो के लिए आश्रम पद्धति विद्यालय खोलने की भी स्वीकृति प्रदान की

रोजगार और आर्थिक दृष्टिकोण से कमजोर इन आआदिवासी और गरीब परिवारों के लिए तीन कौशल विकास केंद्र और आदिवासी गरीब परिवार के बच्चो के लिए आश्रम पद्धति विद्यालय खोलने की भी स्वीकृति प्रदान की ।

मुख्यमंत्री का मानना है कि सोनभद्र प्राकृतिक और वनस्पतियों से भरा जिला है जहां कौशल विकास के माध्यम से यहां के लोगो को जोड़कर आत्मनिर्भर किया जा सकता है, क्योंकि वनों से आच्छादित इस क्षेत्र में वनों में रहने वाले लोग कौशल विकास के माध्यम से वन उपज का बेहतर उपयोग कर आत्मनिर्भर हो सकेंगे ।

Vidushi Mishra

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