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सोनभद्र में चुनाव बहिष्कारः ग्रामीण नहीं देंगे वोट, सरकार के सामने रखी शर्त
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सात वर्ष पहले बनी थी पुलिया, निर्माण के वर्ष भर बाद ही बह गयी थी पुलिया। म्योरपुर ब्लॉक के पिंडारी गांव को नगराज डोले से जोड़ने वाली पुलिया का निर्माण सात वर्ष पूर्व हुआ था।
सोनभद्र: सोनभद्र के म्योरपुर ब्लाक के पिंडारी गांव के पिंडारी नगराज संपर्क मार्ग पर बनी पुलिया पिछले 5 वर्षों से टूटी हुई है जिससे ग्रामीणों का आवागमन बाधित है कई बार गुहार लगाने के बावजूद भी टूटी पुलिया का निर्माण न कराए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिया के पास प्रदर्शन करते हुए पुलिया से होकर बहने वाली बिच्छी नदी का जल लेकर संकल्प किया कि आगामी चुनावों का ग्रामीण बहिष्कार करेंगे चाहे वह पंचायत चुनाव हो विधानसभा हो अथवा लोकसभा।
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निर्माण के वर्ष भर बाद ही बह गयी थी पुलिया
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सात वर्ष पहले बनी थी पुलिया, निर्माण के वर्ष भर बाद ही बह गयी थी पुलिया। म्योरपुर ब्लॉक के पिंडारी गांव को नगराज डोले से जोड़ने वाली पुलिया का निर्माण सात वर्ष पूर्व हुआ था। लेकिन मात्र एक वर्ष बाद ही वह पुलिया बरसात में बह गई। ग्रामीणों ने तब से लेकर आज तक पुलिया निर्माण की शिकायत विधायक सांसद डीएम और पीडब्ल्यूडी समेत सभी जगहों पर की लेकिन आज तक ग्रामीणों को मात्र आश्वासन ही मिलता रहा, कोई कार्यवाही नहीं हुई इसलिए अब ग्रामीणों ने आगामी चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
Sonbhadra (PC: social media)
पुलिया टूटने से ग्रामीणों को म्योरपुर ब्लाक पहुंचने में होती है समस्या
पुलिया टूटने से ग्रामीणों को म्योरपुर ब्लाक पहुंचने में होती है समस्या, कई गांवों में एम्बुलेन्स और डायल112 भी नहीं पहुंच पाती। पुलिया टूटने से पिंडारी गांव का नगराज टोला,मन्द्रावल, कैमहवा टोला,बकैलगांव समेत एक दर्जन गांवों का संपर्क टूटा हुआ है। बरसात के मौसम में बिच्छी नदी में पानी आ जाने के बाद लगभग छह माह तक इन गांवों का संपर्क टूटा रहता है। इनमें एंबुलेंस और डायल 112 भी नहीं पहुंच पाती है। पुल से होकर म्योरपुर ब्लाक से इन गांवो की दूरी लगभग 15 किलोमीटर है लेकिन ग्रामीणों को बरसात में पानी भरने के बाद 50 किलोमीटर की दूरी तय करके म्योरपुर ब्लाक आते हैं।
ग्राम प्रधान समेत ग्रामीणों ने कई बार लगाई गुहार,नहीं हुई कोई कार्यवाई।
ग्रामीणों ने टूटी पुलिया के पास प्रदर्शन किया, ग्रामीण महिला फूलमती ने बताया कि हमने बहुत उम्मीद से सरकार को वोट दिया था लेकिन कई बार गुहार लगने के बाद भी कार्यवाही नहीं हुई अब हमने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है वही आशा कार्यकत्री अनीता देवी का कहना था कि पुलिया के टूटने से ग्रामीण महिलाओं को प्रसव और टीकाकरण में परेशानी होती है।
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ग्रामीण प्रमोद यादव ने भी पुलिया टूटने से ग्रामीणों को होने वाली परेशानी के बारे में बताया। वही ग्राम प्रधान ने कहा कि कई बार इस टूटी पुलिया की शिकायत प्रशासन से की गई लेकिन कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई। वही जब इस मामले की जानकारी मुख्य विकास अधिकारी अमित पाल शर्मा को दी गई तो उन्होंने इस मामले की जांच कराने की बात कहकर पल्ला झाड़ा और कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
रिपोर्ट- ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी
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