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Sonbhadra News: बेखौफ पशु तस्करों ने पुलिसकर्मी सहित दो को रौंदा, यूपी-बिहार सीमा पर वर्षों से जमा रखी है जड़ें

Sonbhadra News: घायलों को नगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जहां पुलिसकर्मी की हालत ज्यादा गंभीर देख वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 13 Jun 2023 11:33 AM IST (Updated on: 13 Jun 2023 4:55 PM IST)
Sonbhadra News: बेखौफ पशु तस्करों ने पुलिसकर्मी सहित दो को रौंदा, यूपी-बिहार सीमा पर वर्षों से जमा रखी है जड़ें
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Sonbhadra News (photo: social media )

Sonbhadra News: पशु तस्करी के लिए चर्चित यूपी-बिहार सीमा वाले रायपुर थाना क्षेत्र के इलाके में पशु तस्करों की दुस्साहस भरी वारदात सामने आई है। बेखौफ पशु तस्करों ने पुलिस की तरफ से की गई बैरिकेडिंग को तो तोड़ा ही, वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी सहित दो को रौंदते हुए आगे निकल गए। घटना मंगलवार सुबह की है। घायलों को नगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जहां पुलिसकर्मी की हालत ज्यादा गंभीर देख वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस वारदात करने वाले तस्करों की तलाश में जुटी हुई है।

प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि रोजाना की भांति पशुओं से भरी दो तीन गाड़ियां रायपुर थाना क्षेत्र से होते हुए तेजी से बिहार की तरफ बढ़ रही थी। उसी दौरान वैनी चौराहे पर पिकेट ड्यूटी में तैनात रायपुर थाने के कांस्टेबल संदीप सिंह (38) को इसकी जानकारी मिली तो उसने लोहे के पिकेट के जरिए चौराहे पर बैरिकेडिंग कर वाहनों को रोकने की कोशिश की। जब पशु तस्करों की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने वाहनों की रफ्तार और तेज कर दी और बैरिकेडिंग को धक्का मारने के साथ ही कांस्टेबल को रौंदते हुए आगे निकल गए। उस दौरान वहां नमामि गंगे के तहत पाइप लाइन बिछाने के कार्य के सिलसिले में मौजूद बलबीर निवासी जंबा, राजस्थान भी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को लेकर नगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। कांस्टेबल की हालत गंभीर देख, उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। इस बारे में प्रभारी निरीक्षक रायपुर से उनके सीयूजी फोन पर संपर्क का प्रयास किया गया तो वह व्यस्त मिले। वहीं क्षेत्राधिकारी सदर का कहना था कि वह किसी कार्य के सिलसिले में बाहर हैं।

यूपी बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है पशु तस्करों का रैकेट

पशु तस्करों का रैकेट सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर सहित यूपी के अन्य जनपदों में तो जड़ जमाए ही है। इस रैकेट के तार सीधे बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल से जुड़े हुए हैं। यह बात पशु तस्करों की गिरफ्तारी के दौरान कई बात सामने भी आ चुकी है। वैसे तो पशु तस्करों का सामान्यतया रूट हाईवे होते हुए चंदौली के नौबतपुर पोस्ट से बिहार में प्रवेश करने का है लेकिन नौबतपुर पर बढ़ती चौकसी के बाद, सोनभद्र-मिर्जापुर और सोनभद्र चंदौली के बॉर्डर वाले रास्तों से होकर बिहार में प्रवेश करने का रूट तस्करों का सेफ जोन बन चुका है।

कई बार सार्वजनिक हो चुकी है पशु तस्करों के वाहनों-आवाजाही की तस्वीरें

कुछ वर्दीधारियों की तरफ से भी इस काले कारोबार को संरक्षण देने की बात जब तक चर्चा में आती रहती है। चंदौली में तो बाकायदे इसको लेकर वर्कआउट भी हो चुका है। सोनभद्र के रायपुर थाना क्षेत्र से जाने वाले रूट पर पशु तस्करी से जुड़ी तस्वीरें जहां कई बार सार्वजनिक हो चुकी हैं। वहीं यहां के एक प्राइवेट व्यक्ति जिसे इलाके में पुलिस के कथित कारखास की भी संज्ञा मिली हुई है, ..की भूमिका पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। सोनभद्र -चंदौली सीमा पर स्थित एक गांव निवासी उसके दो तीन रिश्तेदारों को, सोनभद्र रूट से होने वाले तस्करी में संलिप्तता की बात भी लंबे समय तक चर्चा में रह चुकी है।

एसपी पर टिकी निगाहें, सामने आ सकता है बड़ा एक्शन

पशु तस्करों का बड़ा कारनामा आने के बाद अब सभी की निगाहें एसपी डॉ. यशवीर सिंह पर टिक गई हैं। सोनभद्र के रास्ते बिहार के लिए शराब और यूपी सहित अन्य राज्यों के लिए होने वाली गांजा तस्करी से जुड़े सिंडिकेट पर बड़ी चोट पहुंचाने के बाद, सोनभद्र-मिर्जापुर के रास्ते होने वाली तस्करी के सिंडिकेट पर भी नकेल कसने का काम जारी है लेकिन अभी रायपुर थाना क्षेत्र से होने वाली तस्करी पर कोई लगाम नहीं लग पाई है। पिछले दिनों गांजा तस्करी के हाईटेक गैंग के खुलासे के बाद एसपी ने रायपुर क्षेत्र से होने वाली तस्करी पर भी जल्द बड़े एक्शन के संकेत दिए थे। माना जा रहा है कि रायपुर थानाध्यक्षी में हुआ फेरबदल भी इसी रणनीति का हिस्सा था। नवागत थानेदार अभी कोई कमाल दिखा पाते इससे पहले पशु तस्करों ने ही उन्हें सीधी चुनौती दे डाली। अब देखना यह है कि एसपी के कड़े तेवर रायपुर क्षेत्र के रास्ते होने वाली पशु तस्करी पर लगाम लगा पाते हैं या फिर कथित कारखास की संज्ञा पाए प्राइवेट व्यक्ति से जुड़ा सिंडिकेट, नए थानेदार को भी, अपने चक्रव्यूह में फंसा कर, पूर्व की भांति पशु तस्करी का खेल जारी रखने की छूट हासिल कर लेता है? इसको लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।

मामले में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी का कहना है कि रायपुर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी संदीप कुमार सिंह की वैन पीकेट पर ड्यूटी थी। उसी समय वहां, आए संदिग्ध पीकप वाहन ने बैरियर तोड़ते हुए कांस्टेबल संदीप कुमार सिंह और पास में जल निगम परियोजना में कार्य कर रहा मजदूर बबलू घायल हो गया। कांस्टेबल का बीएचयू ट्रामा सेंटर वाराणसी में तथा मजदूर बबलू का सीएचसी वैनी में उपचार चल रहा है। रायपुर पुलिस मामला दर्ज कर संदिग्ध वाहन की तलाश में जुटी हुई है।



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