TRENDING TAGS :
Sonbhadra News: डायरिया ने निगली मासूम की जिंदगी, डेढ़ दर्जन लोग पहुंचे अस्पताल, गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य टीम
Sonbhadra News: अवर्षण के चलते जबरदस्त उमस की मार झेल रहे सोनभद्र में डायरिया ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। राबटर्सगंज ब्लाक के पटवध में सोमवार को डायरिया की चपेट में आने से जहां एक ढाई वर्षीय मासूम की मौत हो गई।
Sonbhadra News: अवर्षण के चलते जबरदस्त उमस की मार झेल रहे सोनभद्र में डायरिया ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। राबटर्सगंज ब्लाक के पटवध में सोमवार को डायरिया की चपेट में आने से जहां एक ढाई वर्षीय मासूम की मौत हो गई। वहीं डेढ़ दर्जन लोगों को सीएचसी चोपन में भर्ती कराया गया है। उधर, इसको नियंत्रित करने के लिए पटवध गांव में भी एक टीम भेजी गई है, जहां ग्रामीणों को बचाव के लिए जागरूक करने के साथ ही दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
ढाई वर्षीय मासूम बच्चे दीपक की हुई मौत
बताते हैं कि पटवध गांव के चकेरी टोला में रविवार की देर रात कई के डायरिया की चपेट में आने की सूचना मिली तो स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। सोमवार की तड़के सभी मरीजों को एंबुलेंस के जरिए चोपन सीएचसी भेजा गया, जहां ढाई वर्षीय दीपक की मौत हो गई। वहीं, आधा दर्जन मासूमों सहित 18 को उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया। समाचार दिए जाने तक सभी का उपचार जारी था। बताते हैं कि स्वास्थ्य महकमे की तरफ से संबंधित बस्ती में ग्रामीणों के उपचार और बचाव के लिए जागरूक करने के लिए एक चिकित्सकीय टीम भेजी गई है।
पखवाड़े भर में डायरिया के तीसरे बड़े मामले से हड़कंप
महज पखवाड़े भर के भीतर जिले में डायरिया का तीसरा मामला सामने आने से हड़कंप की स्थिति बन गई है। इससे पहले घोरावल क्षेत्र में डायरिया का मामला सामने आया था। पांच दिन पूर्व नगवां ब्लाक के मकरीबारी में दो दर्जन के डायरिया के चपेट में आने की खबर आई थी, जिसमें एक वृद्धा की मौत हो गई थी। सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि जहां भी इस तरह की सूचना मिल रही है, वहां चिकित्सकीय टीम भेजकर तत्काल उपचार मुहैया कराया जा रहा है। मरीजों की हालत गंभीर होने की स्थिति में एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचवाया जा रहा है। मौसम को देखते हुए लोगों से खान-पान, पेयजल की शुद्धता पर ध्यान रखने और इसको लेकर आपात स्थिति आने पर तत्काल 102 नंबर डायल कर एंबुलेंस सुविधा लेने या स्वास्थ्य महकमे से संपर्क करने की अपील की जा रही है।
गांव में पहुंची एंबुलेंस की ली होती सेवा, तो शायद बच जाती मासूम की जान
सीएमओ डा. अश्वनी कुमार की मानें तो पटवध में रात में ही एंबुलेंस भेजी गई थी लेकिन रात का मामला होने के कारण ग्रामीणों ने एंबुलेंस का सहयोग लेने से मना कर दिया। सोमवार की तड़के फिर से एंबुलेंस भेजी गई। जिनकी भी हालत गंभीर थी, उन्हें अस्पताल पहुंचाया लेकिन शरीर से ज्यादा पानी निकल चुके होने के कारण मासूम को नहीं बचाया जा सका। कहा कि हालात को देखते हुए सभी सीएचसी-पीएचसी को अलर्ट कर दिया गया है। ग्राम प्रधानों से भी अपील की जा रही है कि जहां भी गांव-बस्ती में इस तरह की स्थिति दिखे, तत्काल स्वास्थ्य महकमे को सूचित करें ताकि प्रभावितों को अविलंब जरूरी राहत-चिकित्सा उपलब्ध कराया जा सके।