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Newstrack Impact: आखिरकार बिन ब्याही मां बनी किशोरी को मिला सहारा, प्रसव के दौरान साथ छोड़ने वाले प्रेमी से रचाई गई शादी
Sonbhadra News: बिन ब्याही मां बनी किशोरी को आखिकार, सहारा मिल ही गया। जिस प्रेमी ने पहले साथ निभाने का वायदा किया बाद में उसी ने प्रसव की अवस्था में युवती का साथ छोड़कर फरार हो गया।
Sonbhadra News: बिन ब्याही मां बनी किशोरी को आखिकार, सहारा मिल ही गया। जिस प्रेमी ने पहले साथ निभाने का वायदा किया बाद में उसी ने प्रसव की अवस्था में युवती का साथ छोड़कर फरार हो गया। न्यूजट्रैक की तरफ से इस मामले को प्रमुखता से उठाए जाने के बाद कुछ लोगों की मध्यस्थता के जरिए अब उसी प्रेमी से शादी रचा दी गई है। शुक्रवार को मलदेवा गाँव स्थित वीरांगना महारानी दुर्गावती स्मारक स्थल पर दोनों का विवाह संपन्न कराया गया। यह आयोजन लोगों के लिए खासा कौतूहल का विषय बना रहा।
बता दें कि गत नौ जुलाई को विंढमगंज थाना क्षेत्र के एक किशोरी को प्राथमिक विद्यालय में प्रसव पीड़ा से तड़पते और खून से लथपथ हाल में पाया गया था। पास ही तत्काल का जना बच्चा भी पड़ा था। दोनों को ग्रामीणों की मदद से सीएचसी दुद्धी पहुंचाया गया, जहां पीड़िता ने अस्पताल प्रशासन के सामने पूरी आपबीती बयां की। इसके बाद मामले की जानकारी उसके माता-पिता को दी गई। माता-पिता अस्पताल पहुंचे लेकिन उन्होंने किशोरी और उसके बच्चे को सहारा देने से इंकार कर दिया। वहीं, प्रेमी पक्ष की तरफ से भी उसे अपनाने से इंकार किया जाने लगा। तब इसको लेकर सीएचसी प्रशासन की तरफ से पुलिस से हस्तक्षेप की गुहार लगाई गई। इसके बाद मामले में पीड़िता के पिता की तहरीर पर प्रेमी के खिलाफ पास्को और दुष्कर्म एक्ट का मामला दर्ज कर लिया गया। वहीं, न्यूजट्रैक की पहल पर जिला बाल कल्याण मामले को लेकर आगे आई और किशोरी को बच्चे सहित बाल गृह बालिका में लाकर आवासित कराया गया।
उधर, प्रेमी द्वारा धोखा दिए जाने और बिन ब्याही मां बनी आदिवासी किशोरी की जिंदगी दोराहे पर खड़े होने की जानकारी लोगों के सामने आई तो दोनों के शादी को लेकर पहल शुरू कर दी गई। दोनों पक्षों की शादी की उम्र के बाद पीडिता की उम्र जांची गई। जैसे ही पीड़िता ने 18 वर्ष की उम्र पूरी की, वैसे ही शुक्रवार को दोनों की शादी रचा दी गई।
आयोजन में इनकी-इनकी रही अहम हिस्सेदारीः
कार्यक्रम स्थल पर वर और कन्या के दोनों पक्ष के लोगों की मौजूदगी तो रही ही, उसके अलावा संबंधित समुदाय के धर्माचार्य सरदार सिंह गोड़वा रामधनी, कार्यक्रम संयोजक फौजदार सिंह परस्ते जिलाध्यक्ष आदिवासी महासंघ, शंभू सिंह गौड़, समाजसेवी रामखेलावन सिंह गौड़, राम शरण सिंह, हीरामणि सिंह, देवकली, जोखू सिंह, माता प्रसाद, लालमन, बाबूलाल, शांति, सुंदरी, लक्ष्मी, सुनीता आदि की भी प्रमुखता से मौजूदगी देखने को मिली।