Video War in UP: बीजेपी के सॉन्ग पर भड़की सपा, पुलिस से की कार्रवाई की मांग और करेगी मानहानि केस

Video War in UP: यूपी में निकाय चुनाव को लेकर जारी सियासी उठापटक के बीच बीजेपी और सपा ट्विटर पर एक दूसरे से भिड़ गए हैं। दोनों पार्टियों के बीच इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो वॉर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने बीजेपी के गाने की निंदा करते हुए अपने ट्वीट में यूपी पुलिस को टैग कर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।

Krishna Chaudhary
Published on: 24 April 2023 1:51 PM GMT (Updated on: 24 April 2023 4:40 PM GMT)
Video War in UP: बीजेपी के सॉन्ग पर भड़की सपा, पुलिस से की कार्रवाई की मांग और करेगी मानहानि केस
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Video War in BJP and SP (Photo: Social Media)

Video War in UP: यूपी में निकाय चुनाव को लेकर जारी सियासी उठापटक के बीच बीजेपी और सपा ट्विटर पर एक दूसरे से भिड़ गए हैं। दोनों पार्टियों के बीच इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो वॉर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव को केंद्र में रखकर बीजेपी द्वारा बनाए गए गाने पर आपत्ति जाहिर की है। सपा नेताओं ने गाने की तीखी आलोचना करते हुए पुलिस से इस मामले में सख्त एक्शन लेने की मांग की है।

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से सपा के मा. राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के वीडियो के साथ जो अपमानजनक गीत व्यक्तिगत नाम लेकर पोस्ट किया है, न्यायालय तत्काल इस साक्ष्य का संज्ञान लेकर कार्रवाई करे। सपा इस मामले में भाजपा के सभी उत्तरदायी लोगों के ख़िलाफ़ आपराधिक मानहानि का केस करेगी।

सपा के पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह ने गाने को ट्वीट करते हुए कहा, यह वीडियो बीजेपी का शुद्ध दुष्प्रचार है।अपमानजनक है।समाज में राजनैतिक और सामाजिक वैमनस्य बढ़ाने वाला है।यह समाज को अस्थिर करके दंगा भड़काने का षड़यंत्र है।राष्ट्र विरोधी है। उन्होंने अपने ट्वीट में यूपी पुलिस और प्रदेश के डीजीपी को टैग कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कंपनी ट्विटर को भी टैग कर यूपी बीजेपी हैंडल पर कार्रवाई करने की मांग की है।

समाजवादी पार्टी ने भी बीजेपी के इस वीडियो पर निशाना साधा है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, भाजपाइयों को सामाजिक न्याय की बात करने वाले, दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की बात करने वाले गुंडे लगते हैं। यह सिर्फ मुख्यमंत्री के स्वजातीय को ही सही मानते हैं बाकी सबको ये गुंडा बताते हैं। इसी मानसिकता के कारण योगी की भाजपा सरकार दलितों वंचितों के साथ अन्याय और भेदभाव करती है।

बता दें कि बीजेपी के इस गीत का एक अन्य गीत के जरिए समाजवादी पार्टी ने भी जवाब दिया है। जिसका कैप्शन है ‘जो हमको सताए हैं हम उनको हटाएंगे’। वीडियो सॉन्ग में महंगाई, बेरोजगारी, लचर स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था औऱ किसानों की समस्या को ध्यान में रखकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा गया है। हालांकि, वीडियो में एक भी जगह पीएम मोदी या सीएम योगी का नाम नहीं लिया गया है बल्कि उनकी तस्वीरें ही दिखाई गई हैं।

बीजेपी के सॉन्ग पर क्यों भड़की है सपा ?

समाजवादी पार्टी के गाने के विपरीत बीजेपी के गाने में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को केंद्र में रखा गया है। उन्हें और उनकी पार्टी को माफियाओं और अपराधी किस्म के लोगों का संरक्षक बताया गया है। वीडियो में अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे कुख्यात माफियाओं को दिखाया गया है। प्रदेश में दंगों और हिंदुओं के पलायन के लिए भी उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया है। गाने में सपा सुप्रीमो को एक खास समुदाय के हितैषी के तौर पर दिखाया गया है। इन्हीं सब के कारण सपा गाने को लेकर बीजेपी पर भड़की हुई है।

Krishna Chaudhary

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