TRENDING TAGS :
जानिए कौन हैं ये दिग्गज नेता, जिसने ट्विटर पर सुशांत के लिखी ऐसी गंदी बात
लखनऊ: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत अभी भी पहेली ही बनी हुई है। सीबीआई और ईडी की जांच में रोज नये-नये खुलासे हो रहे हैं।
इस मामले में अब समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा , 'नपुंसक था सुशांत सिंह राजपूत जिसने आत्महत्या की, कायरों को समाज कभी माफ नहीं करता।'
सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने ये ट्वीट गुरुवार रात 9 बजकर 57 मिनट पर किया था। जिसके बाद से उनके ट्वीट को लेकर लोग सोशल मीडिया में उन्हें बुरा-भला कहने लगे।
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की फाइल फोटो
यह भी पढ़ें: सम्पूर्ण लॉकडाउन फिर से: सरकार ने किया तारीख का एलान, बंद रहेगा ये सब
विवाद बढ़ता देख ट्वीट किया डिलीट
लोगों ने उन्हें ट्विटर पर ऐसा ट्रोल किया कि वो ट्रेंड में आ गए और कुछ ही देर बाद ट्विटर पर #आईपी_सिंह_नपुंसक_है ट्रेंड करने लगा। विवाद बढ़ता देख कुछ देर बाद उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। जिसके बाद से लोगों ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से सवाल पूछना शुरू कर दिया कि क्या यह समाजवादी पार्टी का आधिकारिक बयान है, क्योंकि आईपी सिंह सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता है।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस नहीं बना पायेगी सरकार: पार्टी के वरिष्ठ नेता ने दी चेतावनी, कही ये बड़ी बात
सपा नेता आईपी सिंह का ट्वीट
जमकर हुए ट्रोल
इस मामले में अभी तक अखिलेश यादव की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा- 'इंसानियत को आज फिर गिरते हुए देख लिया। इससे बुरा औऱ कुछ नहीं हो सकता है, वो भी तब जब वह शख्स इस दुनिया में नहीं है।'
वहीं एक अन्य शख्स ने लिखा -'हैलो बिहार, ये आईपी सिंह के आपके गर्व सुशांत सिंह राजपूत को गाली दे रहे हैं। इनके मुखिया अखिलेश यादव आगामी विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी का प्रचार करने आएंगे। उन्हें करारा जवाब देना।
आखिर कौन हैं आईपी सिंह
बता दें कि आईपी सिंह कभी यूपी बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। वह पार्टी प्रवक्ता के साथ-साथ यूपी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद वह हाशिये पर चले गए।
आईपी सिंह ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान राजनाथ सिंह की जगह खुद के लिए लखनऊ से टिकट की मांग भी की थी और तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को लेटर भी लिखा था।
यह भी पढ़ें: कंगना रनौत की फिल्म Tejas: टेक ऑफ को तैयार, रिलीज डेट पर हुआ ये एलान
बीजेपी के खिलाफ खोला मोर्चा
योगी सरकार बनने और खुद को हाशिये पर जाते देख आईपी सिंह ने बीजेपी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। वे लगातार पार्टी विरोधी बयान देने लगे। जिसके बबाद उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। कुछ समय तक वे खाली बैठे रहे और बाद में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को चुनाव प्रचार के लिए अपना घर ऑफिस के रूप में देने का ऑफर किया। इसके बाद उन्होंने सपा का दामन थाम लिया और सपा ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त दिया।