×

समय पर दफ्तर ना वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई

आफिस टाइम में ड्यूटी छोड़कर मौज-मस्ती काट रहे दर्जनों अधिकारियों और कर्मचारियों पर डीएम अरूण कुमार की गाज गिर गई है। मामला जिले के भादर ब्लाक का है। बुधवार को औचक निरीक्षण पर जब यहां डीएम पहुंचे तो 13 अधिकारी/कर्मचारी नदारद थे।

Dharmendra kumar
Published on: 15 Jan 2020 1:12 PM GMT
समय पर दफ्तर ना वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई
X

अमेठी: आफिस टाइम में ड्यूटी छोड़कर मौज-मस्ती काट रहे दर्जनों अधिकारियों और कर्मचारियों पर डीएम अरूण कुमार की गाज गिर गई है। मामला जिले के भादर ब्लाक का है। बुधवार को औचक निरीक्षण पर जब यहां डीएम पहुंचे तो 13 अधिकारी/कर्मचारी नदारद थे, जिनका डीएम ने एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। वहीं सहायक कार्यक्रम अधिकारी की सेवा समाप्त करने के भी डीएम ने आदेश दिए हैं।

बुधवार को जन सुनवाई के उपरांत ब्लॉक भादर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम ने लापरवाह अधिकारियों/कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई। इसके साथ ही अनुपस्थित रहने पर खंड विकास अधिकारी रामकृष्ण पांडे सहित संतोष कुमार शुक्ल पंचायत एडीओ पंचायत, मोइज उल्ला खां एडीओ कोआपरेटिव, शिव बहादुर सिंह एडीओ आईएसबी, अमरीश मिश्रा एडीओ एस के, अशोक कुमार सिंह लेखाकार तथा तकनीकी सहायक अरविंद कुमार पांडे, शिव कुमार यादव, अरुण कुमार, देवेंद्र श्रीवास्तव, आशुतोष ओझा, शिव कुमार तिवारी, लाल बहादुर का एक दिन का वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें...चीन में लोगों को हो रही ये खतरनाक बीमारी, दुनिया में मचा हड़कंप, यह खाने से…

वरिष्ठ सहायक अखिलेश कुमार शुक्ला को भी एक दिन का वेतन रोकने के साथ प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि सहायक कार्यक्रम अधिकारी प्रतिदिन ब्लॉक नहीं आते हैं जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए दिनेश प्रताप सिंह सहायक कार्यक्रम अधिकारी की संविदा सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें...UPSC मेन्स का रिजल्ट घोषित: यहां ऐसे देखें अपना परिणाम, इंटरव्यू 27 से

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास की प्रथम, द्वितीय व तृतीय किस्त जारी होने की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी पाया कि 15 मई 2019 को मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ब्लॉक का निरीक्षण किया गया था उसके बाद किसी भी अधिकारी द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया है।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story