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मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र में हुआ ऐसा मामला, गरीबों से है जुड़ा, वीडियो वायरल

पूर्व मंत्री और बीजेपी सांसद मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर से जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।

Ashiki
Published on: 10 Jun 2020 2:31 PM GMT
मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र में हुआ ऐसा मामला, गरीबों से है जुड़ा, वीडियो वायरल
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सुल्तानपुर: पूर्व मंत्री और बीजेपी सांसद मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर से जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। यहां निर्धन-गरीब लोगों में बंटने के लिए आया आलू तहसील परिसर में रखे-रखे सड़ गया। दुर्गन्ध उठने के बाद लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब जिला प्रशासन ने जांच कराकर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

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सड़ रहा था बोरियों में रखा आलू

जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर शहर के तहसील परिसर में बने लेखपाल संघ के भवन से एक बारगी तेज दुर्गंध उठी तो लोग वहां पहुंचे। खिड़की से लोगों ने झांक कर देखा तो वहां बोरियों में रखा आलू सड़ चुका था और पानी छोड़ रही थी जिससे दुर्गंध आ रही थी। लोगों ने झट मोबाइल से इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि आलू व अन्य खाद्य सामग्री आपदा प्रबंधन के तहत लगभग चार दिन पूर्व लाकर लेखपाल संघ के भवन में डम्प की गई थी। सभी सामग्री गरीबों में बांटी जानी थी, जिसे कानपुर की एक फर्म ने सप्लाई दिया था। इस बाबत अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व उमाकांत त्रिपाठी ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर जांच के निर्देश दिए हैं।

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पूर्व में भी हुए हैं ऐसे मामले

वैसे जिले में आपदा राहत सामग्री में बरती गई लापरवाही का ये कोई पहला और नया मामला नहीं है। इससे पहले 11 मई को भी लॉकडाउन के बीच गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिए राशन किट में भी इसी तरह की लापरवाही उजागर हुई थी। राशन किट के इस पैकेट में 5 किलो आलू, 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, एक किलो दाल, 1 लीटर रिफाइंड, 200 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम नमक, 250 ग्राम मसाला देने का प्रावधान था।

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635 रुपये कीमत निर्धारित किया गयी थी

इसकी सरकारी कीमत 635 रुपये निर्धारित किया गयी थी। यह राशन 5 से 6 सदस्यों वाले परिवार के लिए एक हफ्ते का राशन था। इसके लिए बाकायदा टेंडर निकाला गया। ठेकेदार को सभी तहसीलों में यह किट सप्लाई करनी थी। इसी तैयारी के तहत सदर तहसील से नगर पालिका में राशन की 256 किट लायी गयी। इसके वितरित करने की तैयारी चल रही थी, तभी किट में से बदबू आने के बाद जांच किया गया तो आलू सड़ा हुआ था। जिसमें जांच करने एसडीएम सदर और तहसीलदार नगर पालिका पहुँचे थे।

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जांच में राशन किट की गुणवत्ता बेहद घटिया पाई गई। आधिकारियों बे बताया था आलू खराब है, नमक और दाल की क्वालिटी घटिया है। जिसकी जांच आज तक ठंडे बस्ते में है। इसके सप्ताह भर बाद गरीबों में बंटने आए चने भी सड़े हुए पाए गए थे और इसकी जांच भी आज तक फाइल में चल रही है।

रिपोर्ट: फरीद अहमद

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