×

लॉकडाउन मे भी चलती रहेगीं चीनी मिले, बस थोड़ी पेराई और बची

भले ही प्रदेश में लाकडाउन के असर के चलते प्रदेश का काम काज ठप पड़ा हो लेकिन पश्चिमी क्षेत्र में सोना उगलने वाली चीनी मिले लगातार अपना काम करती रहेगेी। हाल यह है कि अभी भी इन मिलों में काम हो रहा है।

Vidushi Mishra
Published on: 13 April 2020 7:03 AM GMT
लॉकडाउन मे भी चलती रहेगीं चीनी मिले, बस थोड़ी पेराई और बची
X
लॉकडाउन मे भी चलती रहेगीं चीनी मिले, बस थोड़ी पेराई और बची

लखनऊ। भले ही प्रदेश में लॉकडाउन के असर के चलते प्रदेश का काम-काज ठप पड़ा हो लेकिन पश्चिमी क्षेत्र में सोना उगलने वाली चीनी मिले लगातार अपना काम करती रहेगेी। हाल यह है कि अभी भी इन मिलों में काम हो रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है जिन्होंनें किसानों की चिंता से अवगत होकर लॉकडाउन की अवधि में भी चीनी मिलों को संचालित रखने का निर्णय लिया है।

ये भी पढ़ें...बम-मिसाइले दाग रहा चीन: कांप उठे देश, युध्द के लिए दी चेतावनी

चीनी मिल का संचालन बंद किया जाएगा

चीनी मिलों का संचालन तब तक जारी रखने का निर्देश दिया है, जब तक चीनी मिल क्षेत्र के किसानों का संपूर्ण गन्ना समाप्त ना हो जाए।

प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एंव चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने सभी चीनी मिलों को निर्देश जारी किया है कि अपने क्षेत्र में गन्ना समाप्त होने का सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद ही किसी चीनी मिल का संचालन बंद किया जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान पेराई सत्र में कुल 119 चीनी मिलों द्वारा पेराई कार्य किया जा रहा है जिनमें से 18 चीनी मिलें अपने क्षेत्र का समस्त गन्ना पेराई कर बंद हुई। 101 चीनी मिलें अभी भी संचालित हैं तथा चीनी मिलो को आपूर्ति योग्य गन्ने का केवल 15 प्रतिशत ही शेष बचा है।

ये भी पढ़ें...बड़ी खबर: सरकार ने दी इन 15 उद्योगों को शुरु करने की अनुमति, लेकिन जान लें नियम

चीनी मिलों को सत्र समाप्त

भूसरेड्डी ने बताया कि चीनी मिलों द्वारा वर्तमान पेराई सत्र 2019-2020 में अब तक 9320.83 लाख टन गन्ने की पेराई कर 1054.09 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया जा चुका है। गत वर्ष इसी अवधि तक पेराई सत्र 2018-2019 में 8958.43 लाख टन गन्ने की पेराई कर 1026.84 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया गया था।

भूसरेड्डी ने यह भी बताया कि गन्ना विभाग के अनुमान के अनुसार चीनी मिलो को आपूर्ति योग्य गन्ने का केवल 15 प्रतिशत ही शेष बचा है। कृषकों के पास उपलब्ध एवं पेराई योग्य गन्ने की समय से चीनी मिलों को आपूर्ति सुनिश्चित कराने एवं समस्त गन्ने की पेराई करने के उपरान्त ही चीनी मिलों को सत्र समाप्त करने की अनुमति दी जाएगी। खरीद केंद्रों पर लॉकडाउन के नियमों एवं सोशल डिस्टेंसिंग की कड़ाई से पालन कराए जाने के निर्देश भी गन्ना आयुक्त, द्वारा दिए गए हैं।

ये भी पढ़ें...फिर सामने आई चीन की गंदी राजनीति, आरोपों के बाद इसके लिए हुआ राजी

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story