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यहां परिजनों को कुछ इस तरह ले जाना पड़ा मरीज को, फिर भी नहीं मिला बेड

जिले के सांसद वरुण गांधी तक गई तो न्यू इमरजेंसी की बिल्डिंग तैयार हुई और अत्याधुनिक मशीनों से इमरजेंसी को लैस करने के लिए उन्होंने निधि से सवा करोड़ रुपए दिए थे। पिछले वर्ष 20 जनवरी 2018 को उन्होंने इसका उदघाट्न किया था। 

Shivakant Shukla
Published on: 25 March 2019 10:04 AM GMT
यहां परिजनों को कुछ इस तरह ले जाना पड़ा मरीज को, फिर भी नहीं मिला बेड
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सांसद वरुण गांधी की निधि से सवा करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुई थी न्यू इमरजेंसी विंग

पिछले साल 20 जनवरी को सांसद ने किया था उदघाट्न

सुल्तानपुर: चुनाव सर पर है, सरकार की ओर से विकास के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं। इस बीच डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल की न्यू इमरजेंसी विंग से सोमवार को जो तस्वीर सामने आई उसने सरकार के दावों को तार-तार कर दिया है। यहां इलाज के लिए आए फालिज से ग्रस्त पेशेंट को स्ट्रेचर तक नहीं मिला, यही नहीं बेड की जगह इमरजेंसी की जमीन ही मरीज को मयस्सर हुई।

जानकारी के अनुसार अमेठी जिले के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के निवासी जोखू (45) को फालिज का अटैक पड़ गया। परिजन उसे आनन-फानन में सीधे डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल सुल्तानपुर लेकर आए। यहां न्यू इमरजेंसी विंग में उन्हें मरीज को गाड़ी से उतार कर ट्रीटमेंट के लिए लेकर जाने के लिए स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ।

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ऐसे में परिजन जिस चादर पर मरीज को लिटाकर लाए थे उसी में लपेट कर उसे इमरजेंसी के अंदर लेकर पहुंचे। यहां मौजूद डाक्टर जोखू को एक अदद बेड तक नहीं उपलब्ध करा सके। आखिर परिजन उसे कब तक लेकर खड़े रहते। चादर समेत मरीज को उन्होंने इमरजेंसी की फर्श पर लिटा दिया। मरीज के साथ इस तरह की लापरवाही पर जब सीएमएस डा. बीबी सिंह से बात की गई तो उन्होंने रटे रटाए अंदाज में ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है, अगर शिकायत आएगी तो कार्यवाही किया जाएगा।

बता दें कि डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल की इमरजेंसी विंग का हाल सालों से बहुत बुरा था। कहने को इमरजेंसी विंग थी लेकिन जरूरी उपकरण का यहां बड़ा आभाव था। ये बात जब जिले के सांसद वरुण गांधी तक गई तो न्यू इमरजेंसी की बिल्डिंग तैयार हुई और अत्याधुनिक मशीनों से इमरजेंसी को लैस करने के लिए उन्होंने निधि से सवा करोड़ रुपए दिए थे। पिछले वर्ष 20 जनवरी 2018 को उन्होंने इसका उदघाट्न किया था।

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Shivakant Shukla

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