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काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की सुरक्षा में छेद, मंदिर से उड़ाया लाखों का सामान

चोरों ने अबकी बार निशाना बनाया है ब्रम्हेश्वर महादेव को, जो विश्वनाथ कॉरीडोर के अंर्तगत आता है। आरोप है कि चोरों ने मंदिर से पीतल का दरवाजा और अन्य सामाग्री गायब कर दी।

Aditya Mishra
Published on: 31 May 2019 6:42 PM IST
काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की सुरक्षा में छेद, मंदिर से उड़ाया लाखों का सामान
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वाराणसी: काशी विश्वनाथ कॉरीडोर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए यूपी सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया। कॉरीडोर अभी तैयार नहीं हुआ है लेकिन अभी एस इस पर चोरों की नजर जम गई है।

ध्वस्तीकरण के दौरान मकानों के बीच से निकले प्राचीन मंदिरों में शुरू हुआ चोरी का सिलसिला जारी है। चोरों ने अबकी बार निशाना बनाया है ब्रम्हेश्वर महादेव को, जो विश्वनाथ कॉरीडोर के अंर्तगत आता है। आरोप है कि चोरों ने मंदिर से पीतल का दरवाजा और अन्य सामाग्री गायब कर दी।

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ध्वस्तीकरण के दौरान मिले थे मंदिर

ब्रम्हेश्वर महादेव मंदिर से जुड़ी महालक्ष्मी शुक्ला के मुताबिक उन्होंने मंदिर को कॉरीडोर के हवाले इस शर्त पर दिया था कि उसकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। लेकिन हैरानी इस बात की है कॉरीडोर से जुड़े लोग मंदिर में एक अदद लाइट नहीं लगवा पाए, जिसके चलते चोरी की घटनाएं हुई हैं। मंदिर से जुड़े लोगों ने घटना की शिकायत चौक थाने में की है।

हाल के दिनों में कॉरीडोर के अंतर्गत आने वाले मंदिरों में चोरी की ये कोई पहली घटना नहीं है। आपको बता दें कि ध्वस्तीकरण के दौरान विश्वनाथ मंदिर के आसपास दर्जनों की संख्या में छोटे-बड़े प्राचीन मंदिर मिले थे।

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सोती पुलिस, जागते चोर

घटना को लेकर ज्ञानवापी सुरक्षा प्रभारी शैलेंद्र राय ने चुप्पी साध रखी है तो विश्वनाथ कॉरीडोर के सीईओ विशाल सिंह ने भी मौन धारण कर लिया है। हैरानी इस बात की है कि अधिकारियों के पास इतनी भी फुर्सत नहीं कि वो घटनास्थल तक पहुंचे।

आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास सुरक्षा का कड़ा पहरा रहता है। सुरक्षा के लिहाज से तीन चरणों में मंदिर का सुरक्षा घेरा रहता है। सीआरपीएफ, पीएसी और स्थानीय पुलिस के जवान तीन पालियों में चौबीसों घंटें मंदिर की हिफाजत करते हैं।

कड़ी चौकसी के बाद भी कॉरीडोर परिसर में चोरी होना सुरक्षा को लेकर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। ड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिसवाले चोरों को तो नहीं पकड़ रहे हैं लेकिन श्रद्धालुओं से बदसलूकी कर अपनी बहादुरी जरुर दिखाते हैं।

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Aditya Mishra

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