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CBI ने क्रिकेट स्टेडियम व पवेलियन निर्माण घोटाले की इस तरह से की जांच

सेक्टर-21ए क्रिकेट स्टेडियम एवं पवेलियन निर्माण के कथित घोटाले की जांच दो श्रेणी और दस बिदुओं के आधार पर की गई। पहली श्रेणी में उन नौ अधिकारियों को...

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Published on: 3 July 2020 6:28 PM GMT
CBI ने क्रिकेट स्टेडियम व पवेलियन निर्माण घोटाले की इस तरह से की जांच
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नोएडा: सेक्टर-21ए क्रिकेट स्टेडियम एवं पवेलियन निर्माण के कथित घोटाले की जांच दो श्रेणी और दस बिदुओं के आधार पर की गई। पहली श्रेणी में उन नौ अधिकारियों को शामिल किया गया, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई ने एक अगस्त 2019 में शासन से अनुमति मांगी थी। लेकिन दो अधिकारियों के चक्कर की वजह से अभी तक इस केस में एक भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

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सूत्रों के मुताबिक इसमें से एक अधिकारी तत्कालीक वित्त नियंत्रक ने अपने आप को जांच से बाहर रखने और गिरफ्तारी बचने के लिए अदालत की शरण ले रखी है। जबकि तत्कालीक चीफ प्रोजेक्ट इंजीनियर मौजूदा समय में पीडब्ल्यूडी विभाग मुख्य अभियंता के पद पर तैनात है। इनकी जांच व गिरफ्तारी की अभी तक अनुमति विभाग ने जारी नहीं की है। इसलिए शेष सात अधिकारियों की भी गिरफ्तारी इन दो अधिकारियों की वजह से रुकी है।

तत्कालीक वरिष्ठ परियोजना अभियंता को सीबीआई ने बी श्रेणी में शामिल किया है। विगत नौ जून को इन पर एकल कोटेशन पर आपत्ति न करते हुए प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली का दोषी माना। जबकि सीबीआई ने प्रथम चरण में सिर्फ टेंडर जारी में घोटाला जांच में नौ लोगों को आरोपित माना है, जिनकी गिरफ्तारी कर चार्ज शीट जल्द कोर्ट में दाखिल की जाने वाली है।

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पूरे मामले में सीबीआई ने दस प्वाइंट पर जांच की। इसमें एक प्वाइंट सलाहकार कंपनी के चयन को लेकर भी थी। जिसमें सिगल कोटेशन के आधार पर ही कंपनी को चयनित कर लिया गया। इसी तरह टेंडर से लेकर अन्य कार्यो में भी अनिमितता बरती गई।

घटिया निर्माण पर भी कंपनी को प्राधिकरण ने दी एनओसी

सूत्रों का कहना है कि क्रिकेट स्टेडियम में आज तक संपूर्ण कार्य ही पूरा नहीं हो सका है। जबकि नोएडा प्राधिकरण की ओर से वर्ष 2016 में ही निर्माण कंपनी आनंद बिल्डटेक को एनओसी जारी कर दी गई है। निर्माण इतना घटिया किया गया है कि जगह-जगह प्लास्टर गिर रहा है, लिफ्ट आज तक लगाई नहीं गई है। टेंडर महज 60 करोड़ रुपये का जारी हुआ। निर्माण कार्य पर 300 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम तैयार ही नहीं हो सका है। अभी भी कई सौ करोड़ रुपये का काम क्रिकेट स्टेडियम में होना बाकी है।

श्रेणी ए में शामिल अधिकारी-

नाम पद पर तैनाती

दीपक कुमार अवर अभियंता

आरके जौहरी अवर अभियंता (तकनीकी)

अनिल शर्मा अवर अभियंता (संविदाकर्मी)

आरके जैन सहायक परियोजना अभियंता

एसके गुप्ता परियोजना अभियंता

संतोष कुमार श्रीवास्तव मुख्य परियोजना अभियंता

संतराम मुख्य परियोजना अभियंता

यादव सिह मुख्य परियोजना अभियंता (जल)

एसी सिह वित्त नियंत्रक

श्रेणी बी में शामिल अधिकारी-

नाम और पद

संदीप चंद्र वरिष्ठ परियोजना अभियंता, नोएडा प्राधिकरण

रिपोर्ट: दीपांकर जैन

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