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मेरठ SP के समर्थन में आईं उमा भारती, कहा: राहुल-प्रियंका कर रहे घिनौनी साजिश
नागरिकता कानून के खिलाफ हुई हिंसा के बाद मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का विवादित बयान वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एसपी सिटी एक मुस्लिम ग्रुप से यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि पाकिस्तान चले जाओ। अब उनके इस बयान के समर्थन में भाजपा नेता उमा भारती ने समर्थन किया है।
मैं एसपी सीटी के साथ हूँ: उमा भारती:
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस वीडियो को ट्वीटर पर शेयर किया था, जिस पर भाजपा नेता और पूर्व सांसद उमा भारती ने पलटवार करते हुए कहा कि वे मेरठ के एसपी सिटी के साथ हैं।
उमा भारती ने प्रियंका गांधी और कांग्रेस पर निशाने साधते हुए ट्वीट कर कहा, 'मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे, पुलिस को मां-बहनों की गालियां दे रहे, पत्थर फेंक रहे, आगजनी कर रहे, दंगाइयों से यह कहना कि तुम पाकिस्तान चले जाओ, एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है।'
उन्होंने राहुल और प्रियंका को आड़े हाथों लेते हुए कहा,'राहुल गांधी और प्रियंका इसको राजनैतिक मुद्दा बनाते समय यह मानवीय पक्ष भूल रहे हैं कि पुलिस वालों के भी परिवार होते हैं तथा देशभक्ति का जज्बा उनमें प्रबल होता है ऐसे में इसको राजनैतिक मुद्दा बनाना इन दोनों भाई बहनों की घिनौनी साजिश है।'
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जब SP बोले- पाकिस्तान जाओ, इसके बाद फिर मच गया बवाल
दरअसल,नागरिकता संशोधन कानून को लेकर 20 दिसंबर को मेरठ शहर में हुए उपद्रव के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस अधीक्षक नगर अखिलेश नारायण सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह अटपटे बोल बोलते हुए दिख रहे हैं। वीडियो एक मिनट 43 सेकेंड का है। इस वीडियों पर समाजवादी पार्टी के नगर विधायक रफीक अंसारी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एक संवैधानिक पद पर बैठे पुलिस अफसर को संयम रखना चाहिए। उन्हें इस तरह की गैर संवैधानिक बाते नही कहनी चाहिए। आखिर जिन लोंगों के बारे में वह बोल रहे हैं वह भी देश के ही लोग हैं।
जो एक बार याद कर लेता हूं तो उसे भूलता नहीं हूं
वायरल हुए इस वीडियो में पुलिस अधीक्षक नगर अखिलेश नारायण सिंह मोबाइल से वीडियो बनाते हुए गली में वापस मुड़ते हैं। एक समुदाय के लोगों से कहते हैं कि जो हो रहा है वह ठीक नहीं है। इस पर वहां खड़ा एक व्यक्ति कहता है कि जो लोग माहौल बिगाड़ रहे हैं, वह गलत हैं। इस पर अफसर कहते हैं कि उनको कह दो वह दूसरे मुल्क चले जाएं। कोई गलत बात मंजूर नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने कहा, यह गली मुझे याद हो गई है। जो एक बार याद कर लेता हूं तो उसे भूलता नहीं हूं। एक- एक आदमी को जेल भेज दूंगा। सुन लिया न। इसके बाद वह फोर्स के साथ चले जाते हैं।
— Newstrack (@newstrackmedia) December 28, 2019
इस वीडियो के अंदर पुलिस अधीक्षक नगर उन लोगों पर गुस्से का इजहार कर रहे हैं, जिन्होंने काले और हरे रंग के बैंड पहन रखे थे। ऐसा लगता है कि यह वीडियो उस वक्त बनाया गया जब स्थानीय प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़े थे और जोरदार नारे लगा रहे थे।
पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगे रहे थे
स्थानीय मीडिया से इस बारे में अपनी सफाई देते पुलिस अधीक्षक नगर अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि जो कुछ भी वीडियो में सुना गया है वह प्रदर्शनकारियों के उस ग्रुप को जवाब था, जब वे सभी पाकिस्तान के समर्थन में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगे रहे थे। उन्होंने कहा- “प्रतिक्रियास्वरूप, मैंने यह सलाह दी कि यह बेहतर होगा कि वहां चले जाएं जहां के समर्थन में वे नारे लगा रहे थे।
#BreakingNews #फिरोजाबाद - सपा के नरेश उत्तम पटेल प्रदेश अध्यक्ष, बृजेश कठेरिया विधायक किशनी प्रतिनिधि मंडल के मुलाकात करने की सूचना पर प्रशासन अलर्ट, सीमा शीज कर लगाये बेरिकेटिंग, गाड़ियां चेक करने में लगा प्रशासन। @yadavakhilesh @firozabadpolice @Uppolice
— Newstrack (@newstrackmedia) December 28, 2019
वहीं एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने भी नगर पुलिस अधीक्षक का बचाव करते हुए कहा है कि वायरल हुई वीडियों बीती 20 दिसम्बर को मेरठ शहर में हुए उपद्रव के बाद की है। उन्होंने बताया कि इसमें तथ्य यह है कि वहां भारत विरोधी व पड़ोसी देश जिन्दाबाद के नारे लग रहे थे और कुछ लोग पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसबीपीआइ) के आपतिजनक पर्चे बांट रहे थे। इस सूचना पर एसपी सिटी व ए०डी०एम सिटी मौके पर गए थे।
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किसी भी साजिश को सफल नही होने देंगे: ADG मेरठ जोन
उन्होंने कहा था आप जाना चाहते हैं तो जाए ,कहीं भी जाए लेकिन यहां उपद्रव ना करें। उन्होंने कहा कि घटना के एक सप्ताह बाद इस तरह के वीडियो वायरल होना विशेषकर जब कल शुक्रवार को शांति थी एक साजिश का हिस्सा है ताकि हालात यहां के सामान्य ना होने पाएं। उन्होंने स्थानीय जनता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां के लोंगो ने प्रण लिया है सभी लोग पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ मिल कर शहर की हालात को सामान्य बनाए रखकर असामाजिक तत्वों की किसी भी साजिश को सफल नही होने देंगे।
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में मेरठ में 20 दिसंबर को भारी बवाल हुआ था। मेरठ में गोली लगने से पांच युवकों की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने पुलिस की दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को फूंक दिया था। जमकर पथराव और फायरिंग की गई। जवाबी कार्रवाई में पांच उपद्रवियों की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि तीन-चार उपद्रवी गोली लगने से घायल हुए थे। इसके तीन सिपाहियों को भी गोली लगी थी। पथराव में डीएम, एसएसपी, एसपी सिटी और एडीएम सिटी समेत कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए थे। वायरल हुई इस वीडियों पर एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने कहा है कि तथ्य यह है कि वायरल हु वीडियों बीती 20 दिसबंर को उपद्रव के बाद की है।