TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

उन्नाव केस का सच: इसलिए लड़कियों की हुई हत्या, ये शख्स निकला हत्यारा

उन्नाव में दो बहनों के जहर खाने से हुई मौत के मामले में पुंलिस ने आज एक बड़ा खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक का नाम विनय उर्फ लम्बू तथा दूसरा नाबालिग है।

Shivani Awasthi
Published on: 19 Feb 2021 7:52 PM IST
उन्नाव केस का सच: इसलिए लड़कियों की हुई हत्या, ये शख्स निकला हत्यारा
X

लखनऊ। उन्नाव में दो बहनों के जहर खाने से हुई मौत के मामले में पुंलिस ने आज एक बड़ा खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक का नाम विनय उर्फ लम्बू तथा दूसरा नाबालिग है।

उन्नाव केस का खुलासा

पुलिस ने बताया कि लम्बू का खेत इन बच्चियों के खेत से जुडा हुआ है। अक्सर वह इस खेत में आता था। वह एक लड़की से प्यार करता था। पुलिस ने बताया कि इन लड़कियों को कीटनाषक मिलाकर उन्हे पिलाया था। जिनमें से दो की मौत हो गयी जबकि तीसरी का इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया है।

बताया गया है कि गांव निवासी काजल (16) अपनी चचेरी बहन रोशनी (14) और भतीजी कोमल (12) के साथ बुधवार दोपहर तीन बजे खेतों से चारा लेने गई थीं।

Unnao case

दो नाबालिग किशोरियों के हत्यारे गिरफ्तार

बुधवार शाम साढ़े छह बजे तीनों खेतों में बदहवास हालत में पड़ी मिलीं थीं। सीएचसी में डॉक्टरों ने काजल और कोमल को मृत घोषित कर दिया था। रोशनी को गंभीर हालत में कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने गुरुवार को दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुआ कि किशोरियों की मौत जहर से हुई है।

ये भी पढ़ेँ- उन्नाव हत्याकांड में बड़ा खुलासा: आरोपी ने कबूला जुर्म, पुलिस ने बताई सच्चाई

किशोरियों के शरीर पर किसी भी तरह की आंतरिक या बाहरी चोट नहीं पाई गई। चूंकि फोरेंसिक रिपोर्ट से जहर के बारे में पता चलेगा इसलिए विसरा सुरक्षित किया गया है। उधर, गांव में पीएसी और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। काजल के पिता सूरज ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

कीटनाशक देकर की लड़कियों की हत्या

कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल के जन सम्पर्क अधिकारी परमजीत अरोड़ा ने बताया है कि उन्नाव से आई पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक है. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। 6 डॉक्टरों का पैनल पीड़िता का उपचार कर रहे है. पीआईसी और एनआईएस की टीम लगातार निगरानी कर रही है। पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि शरीर पर उसके कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं. अभी तक सस्पेक्टेड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है।

श्रीधर अग्निहोत्री



\
Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story