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उन्नाव रेप और विधायक: जानिए इस मामले की पूरी हकीकत

हादसे के बाद उन्नाव रेप केस की पीड़िता लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है लेकिन उनकी हालत काफी नाजुक है। पीड़िता और वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया गया है। उनकी कई हड्डियां टूट गई हैं और सिर पर भी काफी चोट आई है।

Manali Rastogi
Published on: 29 July 2019 9:18 AM GMT
उन्नाव रेप और विधायक: जानिए इस मामले की पूरी हकीकत
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हाईप्रोफाइल रेप/सेक्स स्कैंडल: यहां जानें A to Z

रायबरेली: रायबरेली में रविवार को एक सड़क दुर्घटना में उन्नाव रेप पीड़िता, वकील और कार ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि इस हादसे में पीड़िता की चाची और उसकी मौसी दोनों की मौत हो गई।

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हादसे के बाद उन्नाव रेप केस की पीड़िता लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है लेकिन उनकी हालत काफी नाजुक है। पीड़िता और वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया गया है। उनकी कई हड्डियां टूट गई हैं और सिर पर भी काफी चोट आई है। बता दें, पीड़िता और वकील की हालत अब बेहद नाजुक हो गयी है।

ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि उन्नाव रेप केस कब और क्या हुआ:

  • 4 जून 2017 को 17 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर ने उसके घर पर उसका रेप किया। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि वह अपने एक पड़ोसी के साथ विधायक के पास नौकरी दिलाने में मदद मांगने के लिए गई थी।
  • 11 जून 2017 को पीड़िता गायब हो गई। इसके बाद पुलिस में परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
  • 20 जून 2017 को पीड़िता औरैया के एक गांव से मिली, जहां से उसे लाया गया।
  • 22 जून 2017 को पुलिस ने पीड़िता को कोर्ट में पेश किया। साथ ही, सीआरपीसी के सेक्शन 164 के तहत पीड़िता कका बयान रिकॉर्ड कराया गया। इस दौरान पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने विधायक का नाम बयान में नहीं लेने दे रही है।
  • 3 जुलाई 2017 की बात करें तो 10 दिन बाद पीड़िता को उसके परिजनों को सौंपा गया. इसके साथ ही, पीड़िता ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और दिल्ली चली गई। इसके बाद पीड़िता ने मुख्यमंत्री दफ्तर और वरिष्ठ पुलिस अफसरों को शिकायत भेजी, जिसमें पीड़िता ने विधायक और उसके भाई अतुल सिंह के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
  • 24 फरवरी 2018 को उन्नाव के चीफ जूडिशल मजिस्ट्रेट कोर्ट का पीड़िता की मां ने रुख किया और सीआरपीसी के सेक्शन 156 (3) के तहत एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
  • 3 अप्रैल 2018 को कोर्ट ने पीड़िता की मां की अर्जी पर सुनवाई की। इस सुनवाई में पीड़िता का परिवार भी शामिल हुआ था। 3 अप्रैल को ही पीड़िता के पिता की अतुल सिंह और उसके सहयोगी मक्खी ने बुरी तरह से पिटाई की थी। इसके बाद पीड़िता के पिता को पुलिस को सौंप दिया गया, जिसके बाद उन्होंने सेक्शन 25 के तहत मामला दर्ज कराया।
  • 5 अप्रैल 2018 को पीड़िता का मेडिकल एग्जामिनेशन हुआ, जिसके बाद उसेके पिता को जेल भेज दिया गया। इसपर पीड़िता और उसके पिता ने आरोप आरोप लगाया कि उन्हें फंसाया जा रहा है। मगर इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
  • 8 अप्रैल 2018 को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्महत्या करने की कोशिश की और विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग की।
  • 9 अप्रैल 2018 को जिला अस्पताल में जिला कारागर से शिफ्ट करने के कुछ ही घंटों बाद पीड़िता के पिता की मृत्यु हो गई। इसके बाद 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही, मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया. इसके बाद पीड़िता के पिता के साथ मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। चारों विधायक कुलदीप सेंगर के सहयोगी थे।
  • 10 अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया कि उसके पिता के शरीर पर 14 जगह चोट के निशान थे।
  • 11 अप्रैल 2018 को योगी सरकार ने पुलिस को यह केस सीबीआई को सौंपने का आदेश दे दिया।
  • 12 अप्रैल 2018 को यह मामला सीबीआई को सौंपा गया। इसके बाद विधायक कुलदीप सेंगर को नाबालिग से रेप का आरोपी बनाया गया।
  • 13 अप्रैल 2018 को सीबीआई ने कुलदीप सेंगर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। बाद में विधायक को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा नई एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद उसे एक हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया।
  • 11 जुलाई 2018 को सीबीआई ने पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर का नाम था।
  • 13 जुलाई 2018 को दूसरी चार्जशीट फाइल की गई। इसमें पीड़िता के पिता को कथित तौर पर फंसाने के मामले में कुलदीप सेंगर, उनके भाई, तीन पुलिसकर्मी और 5 अन्य लोगों का नाम शामिल था।

इसके बाद इस मामले में लगातार कुछ न कुछ अपडेट आते रहे लेकिन 28 जुलाई को रायबरेली में एक सड़क दुर्घटना के दौरान उन्नाव रेप पीड़िता, वकील और कार ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि इस हादसे में पीड़िता की चाची और उसकी मौसी दोनों की मौत हो गई।

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हादसे के बाद उन्नाव रेप केस की पीड़िता लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है लेकिन उनकी हालत काफी नाजुक है। पीड़िता और वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया गया है। उनकी कई हड्डियां टूट गई हैं और सिर पर भी काफी चोट आई है। बता दें, पीड़िता और वकील की हालत अब बेहद नाजुक हो गयी है।

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अब इस मामले ने सियासी मोड़ ले लिया है। अब तमाम दिग्गज नेता इसपर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। जब पीड़िता को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया तब लखनऊ जोन के ADG राजीव कृष्णन भी वहां पहुंचे। इस मामले में उन्होंने कहा कि ट्रक को जब्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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