×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

यूपी: विधानपरिषद सभापति का चुनाव कराने पर अड़ा विपक्ष

संवैधानिक व्यवस्था के प्रति विपक्ष ने जिसतरह का आक्रोश  दिखाया वह ठीक  नहीं है। यह स्थापित परम्पराओं को उल्लंघन है। राज्यपाल द्वारा नामित प्रोटेम स्पीकर को चुनौती नहीं दे सकते।

suman
Published on: 19 Feb 2021 8:25 PM IST
यूपी: विधानपरिषद सभापति का चुनाव कराने पर अड़ा विपक्ष
X
सोशल मीडिया से फोटो

लखनऊ : विधानपरिषद में आज विधानपरिषद के प्रोटम स्पीकर को हटाने के साथ ही नए सभापति के चुनाव मामला उठा। विधान परिषद में आज कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कार्यकारी सभापति कुॅवर मानवेन्द्र सिंह के खिलाफ अविश्वास जताते हुए उन्हें हटाकर नये सभापति का चुनाव कराने की मांग उठायी। इस संबंध में समाजवादी पार्टी नियम 143 में नोटिस भी दिया था, जिसे मंजूर किया गया।

सदन में उत्तेजना बढ़ गयी

नेता सदन उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने जब सदन को सम्बोधित करना शुरू किया तो सदन में उत्तेजना बढ़ गयी। सपा सदस्य शोरगुल करते हुए कुॅवर मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कार्यवाही नहीं चलने देने की बात करने लगे। ऐसे में कार्यकारी सभापति ने सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।

स्थगन को बारह बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया।

यह पढ़ें...हमीरपुर: कोरोना के बाद फिर शुरू हुआ आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर

अगला चुनाव होने तक के लिए नामित किया

दोपहर 12 बजे सदन जब फिर से प्रारम्भ हुआ तो अधिष्ठाता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सपा के नरेश उत्तम, राजपाल कश्यप के कार्यकारी सभापति को हटाने के संकल्प को अग्राह्य करते हुए व्यवस्था दी कि राज्यपाल ने कुॅवर मानवेन्द्र सिंह को 31 जनवरी को संविधान की व्यवस्थाओं के तहत रिक्त पद पर अगला चुनाव होने तक के लिए नामित किया है। राज्यपाल को ही सभापति का चुनाव कराने की तिथि तय करने का अधिकार है। ऐसे में कार्यकारी सभापति पर संकल्प में कही गयी बातें प्रभावी नहीं होती हैं।

यह पढ़ें...राम मंदिर में मुलायम की बहू ने दिए 11 लाख, बोलीं कारसेवकों पर गोली चलाना दु:खद

संवैधानिक व्यवस्था के प्रति आक्रोश

इसके विरोध में नेता विपक्ष अहमद हसन ने फैसले को नियम, संविधान और कानून की व्यवस्थाओं के विपरीत बताते हुए अपने दल के सदस्यों के साथ सदन से वाक आउट किया। इसी बीच नेता सदन डा दिनेश शर्मा ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के प्रति विपक्ष ने जिसतरह का आक्रोश दिखाया वह ठीक नहीं है। यह स्थापित परम्पराओं को उल्लंघन है। राज्यपाल द्वारा नामित प्रोटेम स्पीकर को चुनौती नहीं दे सकते। इस मुद्दे को लेकर मंत्री महेन्द्र सिंह और सपा सदस्यों में तीखी नोक-झोंक भी हुयी। इसके साथ ही सपा सदस्यों ने नये कृषि कानूनों को लेकर आन्दोलनरत किसानों का मुद्दा भी उठाया।

रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री



\
suman

suman

Next Story