UP MLC Election 2023: मुस्लिम वोट साधने के लिए बीजेपी का बड़ा दांव, AMU के वीसी तारिक मंसूर को भेजेगी विधान परिषद

UP MLC Election 2023:मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वाइस चांसलर हैं। बीजेपी उन्हें अपने कोटे की सीट से विधान परिषद भेज रही है।

Krishna Chaudhary
Published on: 3 April 2023 2:51 PM GMT
UP MLC Election 2023: मुस्लिम वोट साधने के लिए बीजेपी का बड़ा दांव, AMU के वीसी तारिक मंसूर को भेजेगी विधान परिषद
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AMU VC Tariq Mansoor (photo: social media )

UP MLC Election 2023: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त पड़ी छह सीटों के लिए बीजेपी ने उम्मीदवार खोज लिए हैं। इनमें सबसे चौंकाने वाला नाम है तारिक मंसूर का। मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वाइस चांसलर हैं। यही वजह है कि वो अब खबरों में हैं। बीजेपी उन्हें अपने कोटे की सीट से विधान परिषद भेज रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति के बाद उनका नाम राज्यपाल के पास भेज दिया गया है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का कैंपस देश के उन विश्वविद्यालय कैंपसों में रहा है, जहां बीजेपी और आरएसएस का तीखा विरोध होता रहा है। सीएए-एनआरसी जैसे कई बड़े प्रोटेस्ट यहां हो चुके हैं। ऐसे में तारिक मंसूर इस विश्वविद्यालय के पहले कुलपति होंगे, जो सीधे बीजेपी में शामिल होकर एमएलसी बनने जा रहे हैं। बताया जाता है कि मंसूर की आरएसएस के कई शीर्ष नेताओं के साथ काफी अच्छे संबंध हैं।

पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक कार्यक्रम में भी उन्हें देखा गया था। इसलिए उनके यहां तक पहुंचने में संघ से नजदीकी का भी बड़ा योगदान माना जा रहा है। तारिक मंसूर के बीजेपी एमएलसी बनने से पार्टी को एक और पढ़ा-लिखा मुस्लिम चेहरा मिल जाएगा। जिससे वह प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के प्रगतिशील तबके को अपनी ओर आकर्षित कर सकेगी।

2017 में बनाए गए थे कुलपति

तारिक मंसूर साल 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वाइस चांसलर बनाए गए थे। अगले माह यानी मई में वे इस पद से रिटायर हो रहे हैं। एएमयू में उनके पांच साल के कार्यकाल को देखें तो वो कतई आसान नहीं था। सीएए-एनआरसी को लेकर कैंपस में भयानक बवाल हुआ था, जिसे सरकार ने उन्हीं की मदद से नियंत्रित किया था। इसके अलावा भी छोटी-बड़ी घटनाएं हुईं।

मंसूर के कार्यकाल में ही 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी ने एएमयू में छात्रों को संबोधित किया था। उस दौरान भी इसका तीखा विरोध हुआ था। इसके बावजूद प्रधानमंत्री का संबोधन हुआ। लाल बहादुर शास्त्री के बाद पीएम मोदी दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिनका संबोधन एएमयू कैंपस में हुआ था। उन्हें के कार्यकाल में सीएम योगी आदित्यनाथ भी एएमयू कैंपस पहुंचे थे। 1988 के बाद किसी मुख्यमंत्री का यह पहला विजिट था।

बता दें कि तारिक मंसूर स्वयं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र रहे हैं। उन्होंने 1978 में एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। उसके बाद एमएस भी यहीं से किया ।

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