UP Nikay Chunav 2023: सीएम योगी के ‘संदेश’ से गोरखपुर में थम गए बगावत के सुर, 80 ने पर्चा वापस लिया

UP Nikay Chunav 2023: गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के पास पार्टी के कई पदाधिकारियों के बागी होकर चुनाव में उतरने की सूचना मिली थी। जिसके बाद उन्होंने जिला और महानगर से बागियों की सूची तलब की थी।

ajay srivastav
Published on: 21 April 2023 6:38 PM GMT
UP Nikay Chunav 2023: सीएम योगी के ‘संदेश’ से गोरखपुर में थम गए बगावत के सुर, 80 ने पर्चा वापस लिया
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सीएम योगी के साथ अन्य नेता (फोटो- सोशल मीडिया)

UP Nikay Chunav 2023: निकाय चुनाव में सर्वाधिक बगावत भाजपा में दिख रही है। गोरखपुर नगर निगम में 80 से अधिक बागियों ने पर्चा भरा था। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ की सक्रियता के बाद भाजपा में बगावत के सुर काफी हद तक थम गए हैं। टाउन एरिया चेयरमैन से लेकर पार्षद पद के 80 से अधिक दावेदारों ने पर्चा वापस ले लिया है। सीएम योगी ने गोरक्षनाथ मंदिर में मुलाकात भी की। सभी को भविष्य में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का भरोसा मिला है।

गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के पास पार्टी के कई पदाधिकारियों के बागी होकर चुनाव में उतरने की सूचना मिल गई थी। जिसके बाद उन्होंने जिला और महानगर से बागियों की सूची तलब की थी। ज्यादातर बागियों के पास गुरुवार की रात में भी सीएम योगी का संदेश पहुंच गया। इनके से कुछ लोग गोरखनाथ मंदिर बुलाया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.धर्मेन्द्र सिंह और महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता कुछ बागियों के साथ मंदिर पहुंचे। इनमें प्रमुख रूप से शक्तिनगर से निवर्तमान पार्षद आलोक सिंह विशेन, महानगर में कार्यालय अशोक गुप्ता, रितेश सिंह शामिल थे। आलोक सिंह सीएम योगी के सामने भावुक होकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि संगठन के लोग मेरी गलती बता दें।
टिकट कटना महत्वपूर्ण नहीं है, मेरी निष्ठा पर सवाल है। जिसपर योगी ने कहा कि आप निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। इसके बाद उन्हें बेहतर समायोजन का आश्वासन मिला। इसके इस दौरान निकाय चुनाव को लेकर सीएम योगी ने प्रदेश उपाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि महानगर में ढाई लाख से अधिक वोटर बढ़े हैं। ऐसे में इसी अनुपात में जीत का अंतर भी बढ़ना चाहिए।

टाउन एरिया के बागियों ने भी पर्चा वापस लिया

जिले के 11 टाउन एरिया में से ज्यादेतर में भाजपा के बागी मैदान में थे। इनमें से कईयों ने पार्टी नेताओं के आश्वासन और मान मन्नौवल के बाद पर्चा वापस ले लिया है। पिपराइच में निवर्तमान चेयरमैन जितेंद्र कुमार जायसवाल ने भाजपा का बागी होकर नामांकन किया था। उन्होंने पर्चा वापस ले लिया। हालांकि दूसरे भाजपा के बागी हरिओम जायसवाल चुनाव मैदान में डटे हैं। चौरीचौरा टाउन एरिया में भाजपा नेता मिहिर जायसवाल व अवधेश जायसवाल ने अपना नामांकन पत्र भाजपा उम्मीदवार सुनीता गुप्ता के समर्थन में वापस ले लिया है।

नगर पंचायत उरुवा में भाजपा से बागी होकर निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले अखिलेश तिवारी समर्थित मुलेला देवी व शिव कुमार कन्नौजिया ने पर्चा वापस ले लिया है। नगर पंचायत घघसरा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से बागी हुए चार प्रत्याशियों में एक ने नामांकन वापस लिया है। हालांकि रविन्द्र कुमार त्रिपाठी के भाभी स्व. अष्टभुजा प्रसाद त्रिपाठी की पत्नी कुसुमलता देवी, रामवचन चौरसिया व ई.दुर्गेश सिंह अभी भी चुनाव मौदान में है।

अशोक नगर से चुनाव लड़ेगीं बागी राजेश तिवारी की पत्नी सुमन

अशोक नगर वार्ड से निवर्तमान भाजपा पार्षद राजेश तिवारी को भाजपा संगठन मनाने में असफल रहा है। राजेश तिवारी ने अपनी पत्नी सुमन तिवारी को निर्दल मैदान में उतारा है। राजेश का कहना है कि पांच साल तक जलभराव से लेकर कोरोना की दुश्वारियों में लोगों के बीच रहा हूं। नागरिकों का चुनाव लड़ने को लेकर दबाव है। मेरे लिए जनता ही सबकुछ है। उनकी अपेक्षाओं को दरकिनार नहीं कर सकता।

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