×

अधिकारी बनकर फर्जी शिक्षक करने लगा गंदा काम, एसटीएफ ने धर दबोचा

यूपी एसटीएफ की गोरखपुर टीम ने फर्जी अधिकारी बनकर वसूली गैंग चला रहे  यदुनंदन यादव को रंगे हाथ अन्य साथियों के साथ धर दबोचा है।

Shivani
Published on: 21 Sep 2020 5:56 PM GMT
अधिकारी बनकर फर्जी शिक्षक करने लगा गंदा काम, एसटीएफ ने धर दबोचा
X

लखनऊ . यूपी एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में एक ऐसे फर्जी अधिकारी को पकड़ा जो उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षक के तौर पर नौकरी कर रहा है और दूसरे फर्जी शिक्षकों को धमका कर उनसे पैसे की मोटी वसूली कर रहा था। यूपी एसटीएफ की गोरखपुर टीम ने फर्जी अधिकारी बनकर वसूली गैंग चला रहे यदुनंदन यादव को रंगे हाथ अन्य साथियों के साथ धर दबोचा है।

फर्जी शिक्षक दूसरे शिक्षकों को धमकाता

यूपी एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार यदुनंदन यादव पुत्र इंद्रमणि यादव निवासी हरदी थाना सहजनवा जिला गोरखपुर को उसके साथी और सगे भाई सत्यपाल यादव को गोमती नगर में वेब सिनेमा के सामने से पकड़ा है। मौके से पकड़े गए तीसरे शख्स प्रमोद यादव निवासी बरसी पार थाना सलेमपुर जिला देवरिया ने बताया कि उसे यदुनंदन यादव ने वसूली के लिए बुला रखा था। वह भी शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षक के तौर पर काााम कर रहा है। इसमें से यदुनंदन यादव बाराबंकी जिले में प्रमोद कुमार सिंह के नाम से बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षक के तौर पर काम कर रहा है। बाराबंकी के बनी कोडर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ककराहा में बतौर शिक्षक तैनात है ।

primary teachers transfer-2

बेसिक शिक्षा विभाग के मानव संपदा पोर्टल में सेंध लगाकर इसने अन्य फर्जी शिक्षकों के बारे में जानकारी जुटाई और अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी शिक्षकों से धन वसूली शुरू कर दिया। जालसाज यदुनंदन की पत्नी श्रीलता भी अर्चना पांडे बनकर बाराबंकी के उच्च प्राथमिक विद्यालय गदिया में शिक्षक के तौर पर तैनात है।

ये भी पढ़ेंः UP बेसिक शिक्षा विभाग में बड़ा फेरबदल, इन अधिकारियों के तबादले, देखें पूरी लिस्ट

यदुनंदन यादव ने पुलिस को बताया कि इससे पहले भी उसने अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बना कर सीआरपीएफ में भर्ती हासिल कर ली थी। इस मामले में उस पर थाना सहजनवा जिला गोरखपुर में वर्ष 2007 में मुकदमा दर्ज हुआ और उसे जेल भी जाना पड़ा। जालसाज यदुनंदन दूसरे फर्जी शिक्षक आशीष सिंह उर्फ प्रमोद यादव से वसूली करने आया था। प्रमोद यादव,आशीष सिंह बनकर गोरखपुर के बड़हलगंज में बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापक पद पर नौकरी कर रहा है। पुलिस ने यदुनंदन के पास से आठ लाख नगदी व तमाम फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।

ये भी पढ़ेंः सरकारी विभागों में चालीस प्रतिशत पद रिक्‍त, सरकार नहीं कर रही भर्ती

यदुनंदन के भाई सत्यपाल यादव ने बताया कि इस फर्जीवाड़े में वह अपने भाई की मदद करता है यदुनंदन ही मानव संपदा पोर्टल से जानकारी जुटाकर लाता है और वह फर्जी शिक्षकों को फोन कर मिलने के लिए बुलाता है। मुलाकात के दौरान यदुनंदन यादव मानव संपदा विभाग का अधिकारी बनता है और वह हो उसका ड्राइवर बनकर फर्जी शिक्षक से डील करता है।

पकड़े गए प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि वह आशीष कुमार सिंह के नाम से प्राथमिक विद्यालय खोरी पट्टी बड़हलगंज जिला गोरखपुर में नौकरी कर रहा है। यदुनंदन और सत्यपाल ने फोन कर उसे बुलाया था कि उसके फर्जी दस्तावेज को वह लोग मानव संपदा पोर्टल पर सत्यापित कर देंगे । इससे उसकी नौकरी बच जाएगी । इसलिए वह पैसा लेकर आया था। यूपी एसटीएफ की गोरखपुर टीम में इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह सब इंस्पेक्टर आलोक राय सत्येंद्र विक्रम समेत अन्य शामिल रहे।

अखिलेश तिवारी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani

Shivani

Next Story