TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

हाथरस कांड की सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट देगा न्याय, होगा परिवार की सुरक्षा पर फैसला

यूपी के बहुचर्चित हाथरस के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा मौत के मामले में यूपी की एसआईटी के साथ ही सीबीआई भी जांच कर रही है। इसके साथ ही इस मामलें में उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय में भी जनहित याचिकायें दाखिल हुई है, जिन पर सुनवाई चल रही है। इसी मामलें में सर्वोच्च न्यायालय आज सुनवाई करेगा, जिसमे सर्वोच्च न्यायालय मामलें की जांच की निगरानी, मुकदमा चलने के स्थान और पीड़ित परिवार की सुरक्षा को लेकर निर्देश दे सकता है।

Monika
Published on: 27 Oct 2020 9:45 AM IST
हाथरस कांड की सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट देगा न्याय, होगा परिवार की सुरक्षा पर फैसला
X
हाथरस मामला: दलित युवती गैंग रेप मामले में, आज होगी सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई

लखनऊ। यूपी के बहुचर्चित हाथरस के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा मौत के मामले में यूपी की एसआईटी के साथ ही सीबीआई भी जांच कर रही है। इसके साथ ही इस मामलें में उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय में भी जनहित याचिकायें दाखिल हुई है, जिन पर सुनवाई चल रही है। इसी मामलें में सर्वोच्च न्यायालय आज सुनवाई करेगा, जिसमे सर्वोच्च न्यायालय मामलें की जांच की निगरानी, मुकदमा चलने के स्थान और पीड़ित परिवार की सुरक्षा को लेकर निर्देश दे सकता है।

सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग

जनहित याचिका में जांच की निगरानी सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के वर्तमान या सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग की गई है। इस केस की सुनवाई चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच ने की है और मंगलवार को इस मामले में फैसला सुनाएगी। न्यायालय तय करेगा कि वह स्वयं मामले की निगरानी करेगा या इलाहाबाद उच्च न्यायालय को सौंपेगा।

ये भी पढ़ें…भारत और अमेरिका के बीच होगा ये बड़ा समझौता, चीन-पाकिस्तान में मची खलबली

पीड़ित परिवार ने अपील

सर्वोच्च न्यायालय में इससे पहले सुनवाई के दौरान पीड़ित परिवार ने अपील की थी कि इस मामले का ट्रायल दिल्ली में हो। याचिका में भी कहा गया है कि यूपी में इस मामले की निष्पक्ष जांच और सुनवाई नहीं होगी। इसी कारण इसे दिल्ली ट्रांसफर करें। इन पर गौर करते हुए न्यायालय इस मामलें की सुनवाई का स्थान तय करेगा। इसके अलावा पीड़िता के परिजनों तथा मामलें से जुड़े अन्य गवाहों को सीआरपीएफ की निगरानी में रखने पर भी न्यायालय अपना निर्णय दे सकता है। हालांकि इससे पहले हुई सुनावाई में यूपी सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया था कि पीड़िता के परिजनों और अन्य गवाहों को उनके गांव बूलगढ़ी में त्रिस्तरीय सुरक्षा में रखा गया है।

ये भी पढ़ें…दाढ़ी वाले पुलिसकर्मी: अब हो जाएं सावधान, आ गया DGP का बड़ा फरमान

सामूहिक दुष्कर्म के दौरान प्रताडित किया

बता दे कि यूपी के हाथरस जिलें के बूलगढ़ी गांव में बीती 14 सितंबर को एक 20 वर्ष की युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के दौरान प्रताडित किया गया। जिससे उसकी हालत खराब हो गई और उसको अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां से उसको दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। जहां पर उसने 29 सितंबर को दम तोड़ दिया। उसी रात को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस पूरे मामलें की सुनवाई सर्वोच्च न्यायालय के साथ ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में हो रही है। उच्च न्यायालय भी इस मामलें में पहली सुनवाई कर चुका है और दूसरी सुनवाई के लिए आगामी 02 नवंबर की तिथि निर्धारित की है।

मनीष श्रीवास्तव

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story