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Varanasi News: काशी में निर्माणाधीन सड़कों पर साइकिल लेन की डिमांड, ‘साईकिल से संतुलन’ अभियान का हुआ आगाज़
Varanasi News: क्लाइमेट एजेंडा की पहल, साईकिल लेन की मांग का सैकड़ों लोगों ने किया समर्थन।
Varanasi News: क्लाइमेट एजेंडा द्वारा 'साइकिल से संतुलन' अभियान की शुरुआत हस्ताक्षर अभियान के साथ रोहनिया क्षेत्र से की गई। वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहर में सड़क, हाइवे निर्माण का कार्य तेज़ी से चल रहा है, ऐसे में सभी मोटर वाहनों के लिए तो काफी सुविधा उपलब्ध हैं लेकिन साइकिल चालकों के लिए अलग से किसी प्रकार की सुविधा इन निर्माण योजनाओं में नहीं है। इसलिए साइकिल से संतुलन अभियान ने सभी निर्माणाधीन सड़कों पर अलग साइकिल लेन, स्ट्रीट लाइट, साइकिल लेन के किनारे ग्रीन बेल्ट आदि की मांग के साथ आज सैकड़ों लोगों का समर्थन दर्ज किया।
मोटर वाहनों के कारण साइकिल चालकों की सुरक्षा गंभीर विषय
क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर ने बताया कि समाज का बड़ा तबका है जो साइकिल का उपयोग अपनी रोज़मर्रा के जीवन में करता है। इसमें मुख्य रूप से मज़दूर वर्ग, छात्र-छात्राएं, युवा वर्ग शामिल है, जो रोज़गार, शिक्षा, दैनिक ज़रूरतों से जुड़े कार्यों के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं। लेकिन शहरों की ओर बढ़ती आबादी, मोटर वाहनों की संख्या व शहरी निर्माण योजनाओं में कमी के कारण साइकिल चालकों की सुविधा को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। अनियंत्रित मोटर वाहनों के कारण साइकिल चालकों की सुरक्षा बेहद गंभीर विषय है। 2016 में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार एक साल में 2,585 साइकिल चालकों की मौत दुर्घटना में हुई है और इन मौतों में अकेले उत्तर प्रदेश के 400 साइकिल चालक शामिल है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में साइकिल चालकों का योगदान महत्वपूर्ण
ऐसे में वाराणसी से लेकर उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में साइकिल चालकों व पैदल चलने वालों के लिए सड़कों पर सुरक्षित अलग लेन का निर्माण बेहद ज़रूरी है। क्लाइमेट एजेंडा हमेशा से सतत व क्लाइमेट फ्रेंडली व्यवहार को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में साइकिल चालकों का योगदान महत्वपूर्ण है। सड़क के किनारे अलग साइकिल लेन से ना केवल रोज़ाना साइकिल से आवाजाही करने वालों को सुरक्षा मिलेगी बल्कि समाज में अन्य लोगों के बीच भी साइकिल चलाने के लिए प्रेरित होंगे। इसके साथ ही महिला साइकिल चालकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो पायेगी व महिलाओं को आत्मनिर्भर होने में भी सुविधा होगी। इस आयोजन का नेतृत्व क्लाइमेट एजेंडा से इज़्मत अंसारी ने किया, इसके साथ ही दिव्या, श्वेता, अदिति, अवनीश, तनु, विश्वजीत, काजल, पायल, सिद्धार्थ, आस्था, गुलाफ्शा, रवि, शिवम्, अनुराधा, आशुतोष समेत 500 से अधिक लोगों ने अपना समर्थन दर्ज किया।