×

Sawan Ki Shivratri: सावन की शिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार पर उमड़ा शिवभक्तों का रेला

Sawan Ki Shivratri: दूरदराज से आए हुए कांवड़िए काशी विश्वनाथ धाम घाट और दशाश्वमेध घाट से गंगा स्नान के बाद लाइन में लगकर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं कांवड़ियों की सुरक्षा की बात की जाए तो दशाश्वमेध घाट से लेकर मंदिर के गेट संख्या 4 तक सड़क के एक तरफ बैरिकेडिंग की गई है।

Purushottam Singh Varanasi
Published on: 15 July 2023 7:04 AM GMT (Updated on: 15 July 2023 7:10 AM GMT)
Sawan Ki Shivratri: सावन की शिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार पर उमड़ा शिवभक्तों का रेला
X
Sawan Ki Shivratri (photo: social media )

Sawan Ki Shivratri: पवित्र सावन महीने की शिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। भोर में मंगला आरती के बाद से ही कांवरियों का जत्था श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचकर दर्शन पूजन करने लगा काशी विश्वनाथ मंदिर के चारों गेट से कांवरिया और आम श्रद्धालु आज सावन के शिवरात्रि पर दर्शन पूजन कर रहे हैं। घाट से लेकर मंदिर तक सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। दूरदराज से आए हुए कांवड़िए काशी विश्वनाथ धाम घाट और दशाश्वमेध घाट से गंगा स्नान के बाद लाइन में लगकर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं कांवड़ियों की सुरक्षा की बात की जाए तो दशाश्वमेध घाट से लेकर मंदिर के गेट संख्या 4 तक सड़क के एक तरफ बैरिकेडिंग की गई है।

कांवड़िया और आम श्रद्धालु इसी बैरिकेडिंग के माध्यम से काशी विश्वनाथ मंदिर के अंदर प्रवेश पा रहे हैं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए वाराणसी पुलिस की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई है। बैरिकेडिंग के अंदर से ही लाइनों में लगकर दर्शन पूजन किया जा सकता है। पुलिस के आला अधिकारी काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट तक लगातार चक्रमण कर रहे हैं। काशी जोन के डीसीपी आर एस गौतम फोर्स के साथ लगातार भ्रमण कर रहे हैं।

देर रात से ही पहुंचने लगे थे कांवरिए

कांवड़ियों का जत्था देर रात से ही काशी पहुंचने लगा था कमरिया देर रात में आकर घाट के आसपास रुके हुए थे भोर में गंगा स्नान के बाद कांवड़िया जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के चारों गेट से एंट्री कर दर्शन पूजन कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह से लेकर परिसर की बात करें तो मंदिर प्रशासन की तरफ से विशेष सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए की गई है। पूरे कॉरिडोर क्षेत्र में रेड रंग का कारपेट बिछाया गया है। साथ ही श्रद्धालुओं के पेयजल की व्यवस्था चारों तरफ की गई है।

श्रद्धालुओं को धूप और बरसात से बचाने के लिए जर्मन हैंगर लगाए गए हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में दर्शन पूजन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है गर्भ गृह के चारों कपाट पर स्टील के बड़े-बड़े प्लेट लगाए गए हैं।इन प्लेट से ही काशी विश्वनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जा रहा है।

Purushottam Singh Varanasi

Purushottam Singh Varanasi

Next Story